भारतीय सेना ( लेटेस्ट न्यूज़ )
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भागीदारी जन सहयोग समिति द्वारा लिंग भेदभाव रोकथाम के प्रति जागरूकता पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन L
पुलिस पत्रिका : भागीदारी जन सहयोग समिति,राष्ट्रीय ख्यति प्राप्त स्वेच्छासेवी सामाजिक संस्था द्वारा लिंगयास विद्यापीठ एवं स्वामी विवेकानंद सुभारती यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर लिंग भेदभाव रोकथाम के प्रति जागरूकता में युवा वर्ग का योगदान विषय पर राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन प्रशिक्षण - वेबिनार का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग भारत सरकार की सदस्स्या ज्योतिका कालरा ने कहा कि सेक्स तो जैविक है पर लैंगिक कि भावना पूरी तरह से हमारी सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक सोच से आती है उन्होंने स्पष्ट किया कि लैंगिक में पुरुष एवं महिलाओं की भूमिका बाटी गयी जिसमे पुरुष घर के बाहर और महिला घर के अंदर महिलाओं को उनकी आवश्यकता के अनुसार सुविधा देने एक नैतिकता एवं लैंगिक संवेदनशीलता है l कौस्तुभ शर्मा आई० पी० एस० महानिरीक्षक पुलिस पंजाब ने कहा कि युवाओं के हिंसक और आक्रामक व्यवहार को रोकना अत्यंत महत्वपूर्ण है l उन्होंने कहा कि युवाओं से जुड़े अपराधों के मामलों को पुलिस द्वारा नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए l जीतेन्दर चढ्ढा निदेशक राष्ट्रीय सेवा योजना युवा एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार ने कहा कि युवाओं को 'वसुधैव कुटुम्बकम' के उद्देश्य के साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में भारतीय युवा जेंडर संवेदीकरण में मुख्य भूमिका निभाएगा l दानिश गुप्ता चीफ जुडिशल मजिस्ट्रेट एवं सचिव जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण कैथल ने लैंगिक संवेदनशीलता में प्राधिकरण की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज का युवा खुशियों का प्रकाशस्तंभ है और इस लैंगिक पूर्वाग्रह के अंधकार हट कर सम्मान की रोशनी में हमें ले जा सकता है l उद्घाटन सत्र -अध्य्क्ष रेणुका मिश्रा आई० पी० एस० अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि हमने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न रोकथान अधिनियम बनाया, किन्तु आज भी बहुत सी महिलायें न्याय से वंचित है l उन्होंने कहा कि आज गाँधी के तीन बंदर की सोच में बदलाव लाना होगाl बुरा होता देख चुप ना बैठ कर एक जागरूक नागरिक की भूमिका निभानी होगी l
तकनीकी सत्र में अपने उद्घाटन भाषण में जिला एवं सत्र न्यायाधीश कँवल जीत अरोड़ा सदस्य सचिव दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण कानूनी साक्षरता को लैंगिक भेदभाव समाप्त करने का सशक्त माध्यम बताया उन्होंने कहा कि हम शिक्षित होकर भी रूढ़िवादी सोच के शिकार है और आज भी लड़के एवं लड़की में भेदभाव रखते है हमे मानसिकता को बदले की जरूरत है जो लड़के एवं लड़की के प्रति व्यवहार के भेदभाव को दूर कर सके lकिशोर के मामलों की जांच में लैंगिक तटस्थता पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए डॉ० गरिमा तिवारी सहायक आयुक्त पुलिस दिल्ली पुलिस ने कहा कि ऐसे मामलों में सुरक्षित वातावरण का होना आवश्यक है तथा किशोर की गरिमा का भी ध्यान रखना चाहिए l अतिरिक्त महानिरीक्षक पुलिस हिमाचल प्रदेश डॉ मोनिका भुतुंगुरु आई० पी० एस० ने कहा कि परिवर्तन लाने के दो रास्ते हैं, पहला वह कानून जो परिवर्तन ला रहा है कानूनी रूप से और दूसरा सामाजिक रूप से परिवर्तन लाने से संबंधित है। आज सती प्रथा विलुप्त है क्योंकि इसके खिलाफ कानूनी जनादेश लाया गया और समाज ने भी इसका समर्थन किया लेकिन दहेज मांग के मामलों के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता है जहाँ कानून होने के बावजूद मौजूद है यह अभी भी प्रचलित है। इसलिए, यदि हम हर बदलाव भविष्य में देखना चाहते हैं, तो हमे आज से अभियान शुरू करना चाहिए l श्यामला एस० कुंदर सदस्या राष्ट्रीय महिला आयोग भारत सरकार ने तकनीकी सत्र के अपने अध्यक्षीय भाषण में महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा सर्वोपरि प्राथमिकता देने का आग्रह किया उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता महिलाओं के अधिकार को प्राप्त करने का सिद्धांत और मौलिक अवधारणा है तथा महिलाओं को समान अवसर प्रदान करना हमारे देश को गौरवान्वित करता है l मुख्य अतिथि राजेंदर पाल गौतम महिला एवं बाल विकास विभाग दिल्ली सरकार ने लैंगिक संवेदीकरण में युवाओं की सबसे बड़ी भूमिका बताते हुए अपराध के बढ़ते मामले को लिंग के प्रति जागरूक न होने का सबसे बड़ा कारण बताया l उन्होंने वेबिनार दर्शकों द्वारा प्राप्त अच्छे सुझाव पर अमल लाने का आश्वासन देते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग दिल्ली सरकार के साथ गैर सरकारी संगठनों और विभिन्न अन्य संगठनों के साथ मिलकर काम का निमंत्रण भी दिया l
कार्यक्रम के मॉडरेटर एवं भागीदारी जन सहयोग समिति के महासचिव विजय गौड़ ने बताया कि कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र एवं तकनीकी सत्र में स्वागत भाषण डॉ राजेंदर धर सलाहकार लिंगयासविद्यापीठ एवं सुभारती यूनिवर्सिटी के कुलपति ब्रिगेडियर प्रोफेसर ( डॉ० ) वी० पी० सिंह ने किया l कार्यक्रम में दिल्ली एवं हरियाणा की राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरणों की प्रमुख भागीदारी रही राष्ट्रीय सेवा योजना गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी दिल्ली , राष्ट्रीय सेवा योजना जे० सी० बोस यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी हरियाणा , राष्ट्रीय सेवा योजना डी० ए० वी० यूनिवर्सिटी पंजाब राष्ट्रीय सेवा योजना कुरुछेत्र यूनिवर्सिटी हरियाणा एवं फैकल्टी ऑफ़ एजुकेशन बनस्थली विद्यापीठ राजस्थान भी राष्ट्रीय वेबिनार के सह भागीदार थे l कार्यक्रम में प्रोफेशनल कंपनी दृश्यम मीडिया प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड टेक्निकल सहायता दी तथा मीडिया पार्टनर रहे मदरलैंड वौइस् राष्ट्रीय हिंदी समाचार पत्र , वीमेन एक्सप्रेस समाचार पत्र , समाचार वार्ता न्यूज़ मीडिया , जनमत समाचार एवं लीगल जंक्शन l अंत में भागीदारी जन सहयोग समिति के उपाध्यक्ष भारत भूषण ने सभी का आभार व्यक्त किया l -
सेना को करियर विकल्प के लिए युवाओं में पैदा की जाए और जागरूकता : सेनाप्रमुख नरवणे
नई दिल्ली: थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने मंगलवार को कहा कि सशस्त्र बलों के बारे में युवाओं में करियर विकल्प के रूप में अधिक जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है. महाराष्ट्र एजुकेशन सोसाइटी द्वारा संचालित लड़कियों के लिए एक सैन्य-उन्मुखी स्कूल, रानी लक्ष्मीबाई मुलिंची सैनिकी शाला के रजत जयंती समारोह में डिजिटल तरीके से संबोधित करते हुए जनरल नरवणे ने कहा कि भारतीय रक्षा बल और सेना विशेष रूप से लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण में विश्वास करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी अधिकारियों और सैनिकों को लैंगिक पहचान की परवाह किए बिना राष्ट्र की सेवा करने और अपने करियर की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए समान अवसर मिले. महिला अधिकारी भारतीय सेना में विशिष्ट रूप से सेवा दे रही हैं और हमने उन्हें चुनौतीपूर्ण कार्यों में अधिकतम अनुभव देने के लिए कई कदम उठाए हैं.''
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भारतीय सेना ने VIDEO जारी कर कारगिल के शहीदों को किया नमन, कहा-पाकिस्तानी आक्रमणकारियों...
नई दिल्ली: कारगिल विजय दिवस पर पूरा देश आज अपने शहीद जांबाज सैनिकों को याद कर रहा है. सेना ने भी इस मौके पर एक बयान जारी करने शहीद जवानों और सैन्य अधिकारियों को नमन किया है. सेना (Indian Army) ने ट्वीट कर कहा, 26 जुलाई कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas ) हमारे बहादुर सैनिकों की वीरता की अविस्मरणीय गाथा का प्रतीक है.हमारे जांबाज सैनिकों ने अदम्य साहस और दृढ़ निश्चय का परिचय देते हुए पाकिस्तानी आक्रमणकारियों पर जीत हासिल की. सेना से जुड़ी इकाइयों ने भी इस मौके पर शहीदों को नमन किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas Today) पर युद्ध में शहीद जांबाजों को श्रद्धांजलि दी है. कारगिल विजय दिवस पर इस जंग में शहीद हुए सैनिकों को देशभर में श्रद्धांजलि दी जा रही है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) सोमवार को द्रास में तोलोलिंग पहाड़ी में स्थित युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने ट्वीट कर कहा, हम उन जांबाज सैनिकों के बलिदानों को याद करते हैं. हम उनकी वीरता को नमन करते हैं. कारगिल विजय दिवस पर हम उन सभी को श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने हमारे भारत की रक्षा करते हुए कारगिल में अपनी जान दे दी. उनकी बहादुरी हमें हर दिन प्रेरणा देती है.
सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे ने भी बहादुर जवानों को नमन किया. उन्होंने कहा, 22वें कारगिल विजय दिवस (22nd Kargil Vijay Diwas) पर हम देश के उन शहीद नायकों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने हमारे देश की क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए अपनी कुर्बानी दे दी. पूरा देश हमेशा उनके बलिदान का ऋणी रहेगा.
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जम्मू के सतवारी में दिखा संदिग्ध ड्रोन, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर में एक बार फिर से संदिग्ध ड्रोन दिखा है। जानकारी के अनुसार यह संदिग्ध ड्रोन जम्मू सतवारी इलाके में दिखा है। बता दें कि इससे पहले भी कई बार जम्मू में संदिग्ध ड्रोन देखे जा चुके हैं। इस तरह का पहला मामला उस वक्त सामने आया था जब जम्मू के एयरफोर्स स्टेशन पर ड्रोन के जरिए दो विस्फोट किए गए थे। भारत में ड्रोन के जरिए विस्फोट करने का यह पहला मामला था, जिसके बाद इस मामले की जांच सरकार ने एनआईए को दे दी थी। लेकिन इस घटना के बाद लगातार घाटी में संदिग्ध ड्रोन दिखने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
जानकारी के अनुसार सेना ने स्थानीय पुलिस स्टेशन को संदिग्ध ड्रोन की जानकारी दी। इसके बाद से ही सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और सर्च ऑपरेशन जारी है। बता दें कि भारतीय नौसेना ने 10 जुलाई को ऐलान किया था कि अगर नेवल बेस के बेस के पास कोई भी ड्रोन देखा जाता है तो उसे तुरंत नष्ट कर दिया जाए। गौर करने वाली बात है कि ड्रोन और प्राइवेट जेट के उड़ान पर भी इलाके में उड़ान पर रोक लगा दी गई है। जो भी इस इलाके में ड्रोन उड़ाता पाया जाएगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार सेना ने स्थानीय पुलिस स्टेशन को संदिग्ध ड्रोन की जानकारी दी। इसके बाद से ही सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और सर्च ऑपरेशन जारी है। बता दें कि भारतीय नौसेना ने 10 जुलाई को ऐलान किया था कि अगर नेवल बेस के बेस के पास कोई भी ड्रोन देखा जाता है तो उसे तुरंत नष्ट कर दिया जाए। गौर करने वाली बात है कि ड्रोन और प्राइवेट जेट के उड़ान पर भी इलाके में उड़ान पर रोक लगा दी गई है। जो भी इस इलाके में ड्रोन उड़ाता पाया जाएगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं श्रीनगर में पहले ही ड्रोन की उड़ान पर पाबंदी लगा दी गई है। सेना की ओर से भी कहा गया है कि ड्रोन के जरिए हमाल काफी खतरनाक हो सकता है। इससे पहले 14 जुलाई की रात 10 बजे भी बीएसएफ ने संदिग्ध ड्रोन देखा था, जिसके बाद इस ड्रोन पर पांच से छह राउंड फायरिंग की गई थी। लेकिन ड्रोन वापस पाकिस्तान लौटने में सफल रहा।
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कोरोना संकट के बीच वायुसेना ने संभाला मोर्चा, एयरलिफ्ट कर पहुंचा रही ऑक्सीजन, दवाइयां
नई दिल्ली: देश में जारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कहर के बीच देश में मेडिकल ऑक्सीजन सहित कई दवाओं, उपकरणों की जरूरत बढ़ गई है। संकट की इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार को मदद देने के लिए भारतीय वायुसेना ने मोर्चा संभाला है और ऑक्सीजन कंटेनर, सिलिंडर, जरूरी दवाओं, उपकरणों और स्वास्थ्यकर्मियों तक को एयरलिफ्ट कर रहा है।
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एयरफोर्स अधिकारियों के मुताबिक, IAF ने दिल्ली में डीआरडीओ के बनाए कोविड-19 अस्पताल में कोच्चि, मुंबई, विशाखापत्तनम और बेंगलुरु तक से नर्सिंग स्टाफ को एयरलिफ्ट कर पहुंचाया है।
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, एयरफोर्स ने DRDO के ऑक्सीजन कंटेनरों को भी बेंगलुरु से दिल्ली के कोविड सेंटरों तक पहुंचाया है।
भारतीय वायुसेना ने ट्विटर पर लिखा है, 'IAF की ट्रांसपोर्ट फ्लीट कोरोना के खिलाफ लड़ाई में साथ है। देशभर में कोविड अस्पतालों तक मेडिकल कर्मी, जरूरी उपकरण और दवाओं को एयरलिफ्ट करना जारी है।'
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डीआरडीओ भी कर रहा हर संभव मदद
बता दें कि डीआरडीओ चेयरमैन जी सतीश रेड्डी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को इस बारे में सूचित किया है कि अभी तक दिल्ली में 250 बिस्तरों की क्षमता वाला कोविड केयर केंद्र बनाया गया है। इसकी क्षमता को बढ़ाकर 500 बिस्तर तक करने की कोशिश जारी है। इसके अलावा पटना के ESIC अस्पताल में 500 बिस्तर के साथ संचालन शुरू हो गया है। लखनऊ में 450 और वाराणसी में 750 बेडों की क्षमता वाला अस्पताल बनाने का काम जारी है। इसके साथ ही अहमदाबाद में भी डीआरडीओ 900 बिस्तरों वाला कोविड अस्पताल बनाने में जुटा हुआ है।ये भी पढ़े: प्रेमी के झांसे में आकर फंस गई सैनिक की विधवा, इज्जत और रुपये सब गंवाए
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दिल्ली पुलिस का बड़ा फैसला, 58 साल से ज्यादा उम्र के पुलिसकर्मी फील्ड पर नहीं होंगे तैनात
नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को राजधानी में कोरोना के 24,638 नए मामले सामने आए। इसी दौरान 249 कोरोना मरीजों की मौत भी हो गई। राजधानी में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बड़ा फैसला लिया है। दिल्ली पुलिस में 58 साल से ज्यादा उम्र के पुलिसकर्मी अब फील्ड पर तैनात नहीं होंगे।
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पीसीआर के एडिशनल डीसीपी संदीप बयाला के इस नोटिस पर हस्ताक्षर किया हैं। नोटिस के मुताबिक दिल्ली में लगातार बढ़ रहे कोविड-19 मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने पीसीआर स्टाफ में तैनात 58 साल से ज्यादा उम्र के पुलिसकर्मियों को फील्ड में तैनात ना करने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस इन दिनों कोरोना संक्रमित मरीजों की हर तरह से मदद कर रही है।
कहीं ग्रीन कॉरिडोर बनाया तो कहीं सिलेंडर पहुंचाकर कर पुलिस ने बचाई मरीजों की जान
बुधवार को अस्पतालों में भर्ती मरीजों की जान बचाने के लिए कहीं ग्रीन कॉरिडोर बनाकर समय से ऑक्सीजन पहुंचाया तो कहीं ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कर मरीजों को राहत दी। जिसके बाद न केवल अस्पताल प्रबंधन बल्कि मरीजों के परिजनों ने दिल्ली पुलिस का सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।ये भी पढ़े: प्रेमी के झांसे में आकर फंस गई सैनिक की विधवा, इज्जत और रुपये सब गंवाए
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भारत के SFF से घबराया चीन, PLA में करने लगा तिब्बतियों की भर्ती
बीजिंग. पूर्वी लद्दाख के कैलाश रेंज में अपने आक्रामक अभियान से चीन (China) को अचंभे में डालने वाले भारत के स्पेशल फ्रंटियर फोर्स (SFF) के जवानों के प्रदर्शन से ड्रैगन टेंशन में आ गया है. तिब्बती मूल के लोगों से बनी इस सेना के प्रदर्शन से घबराए चीन ने अब अपनी सेना में भी तिब्बती युवकों की भर्ती को तेज कर दिया है. इसके लिए चीन अब तिब्बत में विशेष भर्ती अभियान चला रहा है. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सेना पीएलए पीएलए कैंप में रहने वाले तिब्बतियों को सेना में भर्ती कर रहा है. बताया जा रहा है कि चीन अब भारत की एसएफएफ की तर्ज पर स्पेशल तिब्बतन आर्मी यूनिट बनाने का इरादा रखता है. सूत्रों के मुताबिक चीन अगर इसमें सफल रहता है तो यह पीएलए में किसी खास जातीय समूह की पहली यूनिट होगी.
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खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि ल्हासा के चीनी सेना के अधिकारियों ने फरवरी के तीसरे सप्ताह में नागरी प्रांत के रुडोक का दौरा किया था ताकि तिब्बतियों को सेना में भर्ती किया जा सके. इसके बाद अधिकारी जांडा जो भारत की सीमा से लगा हुआ है. यहां पर उन तिब्बती लड़कों को सैनिक के रूप में चुना गया जो पहले ही पीएलए के कैंप में मौजूद हैं. पीएलए ल्हासा में भी भर्ती अभियान चला रही है. अधिकारियों ने कहा कि चीन तिब्बतियों की यह भर्ती ऐसे समय पर कर रहा है जब भारत के साथ लद्दाख में उसका तनाव चल रहा है. भारतीय अधिकारी चीन में जारी इस घटनाक्रम पर करीबी नजर गड़ाए हुए हैं. एक अधिकारी ने कहा, 'चीन इन भर्तियों को ऐसे समय पर कर रहा है जब ऐसी खबरें आई हैं कि चीन के मुख्यधारा के सैनिक तिब्बत में ऊंचाई वाले इलाकों में काफी परेशानी का सामना कर रहे हैं. ये सैनिक पहाड़ों में काफी बीमार हो रहे हैं.' -
दिल्ली पुलिस कमिश्नर का बड़ा बयान - कोरोना नियम तोड़ा तो होंगे गिरफ्तार, गैर-जिम्मेदाराना रवैये पर लगा वीकेंड कर्फ्यू
नई दिल्ली. राजधानी में कोरोना वायरस के स्ट्रेन के तेजी से फैलते संक्रमण के बीच वीकेंड कर्फ्यू लगाया गया है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि राजधानी के लोग कोरोना की रोकथाम के लिए लागू इस कर्फ्यू और सरकार की गाइडलाइन का पालन करें, अन्यथा पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी. दिल्ली पुलिस के कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने News 18 के साथ बातचीत में कहा कि सरकार ने कोरोना की रोकथाम के लिए गाइडलाइन जारी किए हैं, इसके बावजूद लोग बिना मास्क लगाए सड़कों पर निकल रहे हैं. इसलिए पुलिस ने सख्ती बरतने का फैसला किया है. लोग अनुशासन में रहें और एंटी-कोविड गाइडलाइन का पालन करें. कर्फ्यू के दौरान घर में रहें. अन्यथा नियम उल्लंघन पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. नियम तोड़ने वालों को पुलिस गिरफ्तार करेगी और उन पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.
येभी पढ़े : ISI के लिए काम करने वाला दिल्ली से गिरफ्तार, BSF और सेना के दस्तावेज व नक्शा बरामद
दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू का नियम लागू होने के पहले दिन सिग्नेचर ब्रिज पर निरीक्षण करने पहुंचे कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने दिल्ली पुलिस के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों से कहा है कि वे N95 मास्क लगाएं. जो यह मास्क लगाने में असमर्थ हैं वे सर्जिकल डबल-मास्क लगाएं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोरोना फैल रहा है, लोगों को अनुशासन में रहना होगा. हम सड़कों पर हैं, इसलिए ताकि फोर्स का मनोबल बना रहे. दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि राजधानीवासियों के गैर जिम्मेदाराना रवैये की वजह से ही वीकेंड कर्फ्यू लगाने की नौबत आई है.येभी पढ़े : दिल्ली पुलिस एक बार फिर साबित हुई दिल की पुलिस
कर्फ्यू के दौरान भी आम लोगों की आवाजाही पर सख्त नाराजगी जताते हुए कमिश्नर ने कहा कि मेरी अपील है कि लोग कोविड को लेकर जारी नियमों को मानें. फिजूल में घरों से न निकलें. कोरोना गाइडलाइंस का पालन न करने वालों पर दिल्ली पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी, इसलिए लोग घरों में ही रहें. अगर कोई बाहर निकलता है तो उसके पास सही कारण होना चाहिए, अन्यथा पकड़े जाने पर ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है. पुलिस कानूनी कार्रवाई भी करेगी. -
ISI के लिए काम करने वाला दिल्ली से गिरफ्तार, BSF और सेना के दस्तावेज व नक्शा बरामद
नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के लिए काम करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है. पकड़ा गया आरोपी हरपाल सिंह (Harpal Singh) भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से ISI के लिए काम कर रहा था. आरोपी हरपाल सिंह पंजाब के तरनतारन (Tarantaran) इलाके का रहने वाला है. उसकी दिल्ली से गिरफ्तारी हुई है. स्पेशल सेल ने आरोपी के पास से बीएसएफ (BSF) और आर्मी के सीक्रेट दस्तावेज और नक्शा बरामद किया है.
येभी पढ़े : दिल्ली पुलिस एक बार फिर साबित हुई दिल की पुलिस
सूत्रों के मुताबिक आरोपी हरपाल सिंह दिल्ली में एक खास मिशन के तहत आया था. उसे यहां ISI के लिए काम करने वाले एक दूसरे शख्स को बीएसएफ और आर्मी की तस्वीरें, गोपनीय दस्तावेज सौंपना था.
बताया जा रहा है कि आरोपी हरपाल सिंह कई एजेंसियों के रडार पर था. आरोपी को OSA यानी ऑफिशल सीकेट्र एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है. उसके पास से भारत-पाकिस्तान बॉर्डर का नक्शा, दिल्ली स्थित आर्मी और बीएसएफ हेडक्वार्टर की फोटो, कैंट इलाके की तस्वीरों को बरामद किया गया है. गिरफ्तार आरोपी हरपाल सिंह ISI के लिए पेरोल पर काम कर रहा था. ISI द्वारा हरपाल सिंह को हवाला के जरिये पैसा मुहैया करवाया जाता थायेभी पढ़े : दिल्ली में बेकाबू हुआ कोरोना, पुलिस कमिश्नर ने अपने जवानों को दी ये सलाह
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दिल्ली में बेकाबू हुआ कोरोना, पुलिस कमिश्नर ने अपने जवानों को दी ये सलाह
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव ने कोविड-19 के मामले बढ़ने के बीच सभी पुलिस कर्मियों से खुद को सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्त एहतियात बरतने, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने और एन-95 या थ्री प्लाई सर्जिकल मास्क पहनने को कहा है।
पुलिस कमिश्नर ने गुरुवार को जारी एक वीडियो मैसेज में अपने जवानों से अधिक सतर्क रहने और मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करने को कहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की नई लहर पहले की तुलना में अधिक गंभीर प्रकृति की है।
कोविड-19 से लड़ाई में दिल्ली पुलिस द्वारा निभाई गई महत्त्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में हमारे कुछ कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं और यह संख्या बढ़ती जा रही, जो चिंता का कारण है।
इस साल के लिए उपलब्ध कराए गए पुलिस आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में 73 कर्मियों में कोविड-19 की पुष्टि हुई, जबकि फरवरी में 33 और मार्च में 390 कर्मी वायरस से संक्रमित हुए।
कमिश्नर ने पुलिस बल के कर्मियों से ड्यूटी करते हुए और खासकर एक-दूसरे से संवाद के दौरान, वेरिफिकेशन अभियान चलाते हुए, चालान जारी करते वक्त, पिकेट ड्यूटी पर रहने या अस्पतालों का दौरा करने के दौरान पर्याप्त एहतियात बरतने को कहा है ताकि संक्रमित होने की आशंका कम रहे।
उन्होंने कहा कि यदि किसी इकाई का कोई कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित होता है तो वह अपनी इकाई के साथ ही मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क कर सकता है ताकि उचित इलाज सुनिश्चित हो सके और उनके लिए अस्पताल में बेड उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने कर्मियों से टीका लगवा लेने के बाद भी लापरवाह नहीं होने के लिए कहा है।
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कोरोना संकट 2.0: केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में 60 हजार पार कर सकते हैं संक्रमण के मामले! बीएसएफ में एक्टिव केस हुए 1850
नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने एलान किया था, अगर किसी जवान की ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण से मौत हो जाती है तो उसके आश्रितों को 15 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि प्रदान की जाएगी। यह राशि 'भारत के वीर' फंड में से जारी होगी...
तेजी से फैल रही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवान और अधिकारी भी चपेट में आने लगे हैं। पिछले साल कोरोना संक्रमण की शुरुआत से लेकर अब तक का आंकड़ा देखा जाए तो यह संख्या 60 हजार के पार पहुंचने वाली है। गत वर्ष 14 सितंबर तक की बात करें तो बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, एनएसजी और असम राइफल्स में कोरोना के पॉजिटिव केसों की संख्या 32338 थी। उसके बाद भी बीस हजार से अधिक जवान इस वैश्विक महामारी की चपेट में आ गए।
तेजी से फैल रही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवान और अधिकारी भी चपेट में आने लगे हैं। पिछले साल कोरोना संक्रमण की शुरुआत से लेकर अब तक का आंकड़ा देखा जाए तो यह संख्या 60 हजार के पार पहुंचने वाली है। गत वर्ष 14 सितंबर तक की बात करें तो बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, एनएसजी और असम राइफल्स में कोरोना के पॉजिटिव केसों की संख्या 32338 थी। उसके बाद भी बीस हजार से अधिक जवान इस वैश्विक महामारी की चपेट में आ गए।
उक्त सभी बलों में अभी तक 200 से अधिक जवान कोविड 19 संक्रमण की वजह से मारे गए हैं। मौजूदा समय में यानी कोरोना की दूसरी लहर में अभी तक तीन हजार से अधिक पॉजिटिव केस सामने आए हैं। बीएसएफ में सबसे ज्यादा केस हैं। इस बल में अभी तक 1850 एक्टिव केस देखने को मिले हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान इस बल में 117 नए केस आए हैं। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण से पीड़ित 87 जवान ठीक हो चुके हैं।कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों को बचाने के लिए आईसीएमआर द्वारा गाइडलाइन जारी की गई हैं। सभी अर्धसैनिक बल इस बात को लेकर सावधानी बरत रहे हैं कि किसी यूनिट में बाहर से कोई पॉजिटिव केस न आने पाए। इसके लिए उन सभी जवानों और अधिकारियों का यूनिट में पहुंचने से पहले कोविड टेस्ट किया जा रहा है, जो छुट्टी से या दूसरे क्षेत्रों में लगी ड्यूटी खत्म होने के बाद वापस आ रहे हैं। कहीं पर कोई चूक न रह जाए, इसके लिए कहा गया है कि अपने घर से आने वाले जवानों को कोविड टेस्ट की रिपोर्ट साथ लानी होगी। इसके बाद यूनिट में फिर से उनका टेस्ट किया जाएगा।
कोरोना की दूसरी लहर में पिछले 24 घंटे के दौरान 450 से ज्यादा पॉजिटिव केस सामने आए हैं। बीएसएफ के अलावा सीआईएसएफ में कोरोना के 43 नए मामले देखने को मिले हैं। इस बल में अगर एक्टिव केसों की संख्या देखें तो वह संख्या लगभग 400 के पार जा चुकी है। देश के सबसे बड़े केंद्रीय अर्धसैनिक बल यानी सीआरपीएफ में ढाई सौ से अधिक एक्टिव केस हो गए हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान सीआरपीएफ में 30 और आईटीबीपी में 32 केस आए हैं। इसी तरह एसएसबी में दस और एनएसजी में 20 केस मिले हैं। बता दें कि गत वर्ष से लेकर अभी तक इन बलों में करीब 54 हजार जवान कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके हैं।केंद्र सरकार ने पहले कहा था कि अगर इन बलों में किसी जवान की ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण से मौत हो जाती है तो उसके आश्रितों को 15 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि प्रदान की जाएगी। यह राशि 'भारत के वीर' फंड में से जारी होगी। इस राशि का बाकी के आर्थिक फायदों से कोई संबंध नहीं है। गत वर्ष 14 सितंबर तक बीएसएफ में 8934 कोविड केस, सीआरपीएफ में 9158, सीआईएसएफ में 5544, आईटीबीपी में 3380, एसएसबी में 3251, एनएसजी में 225 और असम राइफल्स में 1746 केस सामने आए थे। इनमें बीएसएफ का रिकवरी रेट 80.41 फीसदी और सीआरपीएफ का 84.04 फीसदी रहा था। सीआईएसएफ में यह रिकवरी रेट 75.25 फीसदी और आईटीबीपी में 69.79 फीसदी था।
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STF के हत्थे चढ़े कुख्यात भूषण और अखिलेश, पूर्णिया और कोसी के कई जिलों में था आतंक
पूर्णिया. जिले का हिस्ट्रीशीटर (Criminals) और तीन दशक से पुलिस की नाक में दम करने वाले और 50 हजार के इनामी अपराधी भूषण यादव और अखिलेश यादव पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं. एसपी दयाशंकर ने बताया कि रघुवंश नगर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी की ये दोनों कुख्यात अपराधी सिसवा गांव में किसी अपराध की योजना बना रहे हैं. इसके बाद एसटीएफ (STF) की मदद से धमदाहा एसडीपीओ के नेतृत्व में छापामारी कर आखिरकार जिला अपराधी अखिलेश यादव और भूषण यादव को गिरफ्तार किया गया.
इनके पास दो देशी कट्टा, पांच कारतूस और बाइक बरामद हुई है. एसपी ने कहा कि पिछले 15-20 वर्षों में इन अपराधियों ने गैंगवार, हत्या जैसी कई जघन्य घटनाओं को अंजाम दिया है. इनके ऊपर दर्जनों संगीन मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं. बड़हरा, रघुवंश नगर के अलावे मधेपुरा,सहरसा और सुपौल जिले में भी इन दोनों के ऊपर कई मामले दर्ज हैं.
जनवरी महीने में भी मोजम पट्टी में हुए कई हत्याकांड में इन दोनों की संलिप्तता थी. इन दोनों के ऊपर 50-50 हजार रुपये का इनाम भी था. एसपी ने कहा कि इनके आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है . गौरतलब है कि भूषण यादव सिसवा के पूर्व मुखिया बालो यादव का पुत्र है. पिछले तीन दशकों से बालों यादव और बूचन यादव गिरोह के बीच उस इलाके में दर्जनों बार गैंगवार हुए हैं जिसमें अब तक 30 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.बूचन यादव और बालो यादव के मरने के बाद दोनों के बेटों ने गिरोह की कमान संभाल ली थी. बालो यादव के गिरोह की बागडोर कुख्यात अपराधी अखिलेश यादव और बालो यादव के बेते भूषण यादव के हाथों में थी जबकि बूचन यादव के पुत्र साहिल सौरव ने बूचन गिरोह की कमान संभाल रखी थी. पिछले 3 वर्षों में इन दोनों के बीच कई बार गैंगवार हुई है, जिसमें कई निर्दोषों समेत 10 लोगों की हत्या हो चुकी है.
दोनों गिरोहों के पास कई बड़े और अत्याधुनिक हथियार भी हैं जिससे इन लोगों ने कई बार आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया है. एसपी ने कहा कि साहिल सौरभ और जयचंद यादव भी पहले ही गिरफ्तार कर के जेल भेजे जा चुके हैं. अब अखिलेश और भूषण यादव की गिरफ्तारी से उस इलाके में गैंगवार थमने की संभावना तो है ही वहीं दूसरी तरफ पंचायत चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न होने की संभावना भी जताई जा रही है. -
तृणमूल कांग्रेस ने बीएसएफ पर खास राजनीतिक दल के लिए काम करने का लगाया गंभीर आरोप
कोलकाता। बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए आई केंद्रीय चुनाव आयोग की फुल बेंच से मिले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने सीमाई इलाकों में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कर्मियों पर एक खास राजनीतिक दल के लिए काम करने का आरोप लगाया है।
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सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेकर बाहर आए तृणमूल कांग्रेस के महासचिव व राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि बंगाल में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे ग्रामीण इलाकों में सीमा सुरक्षा बल के जवानों के खिलाफ गंभीर आरोप सामने आ रहे हैं। बल के जवान एक विशेष राजनीतिक दल को वोट देने की बात कह रहे हैं। गांवों में प्रवेश कर डराया- धमकाया जा रहा है। ग्रामीणों से कहा जा रहा है कि यदि उस विशेष राजनीतिक दल को वोट नहीं दो तो जिला कलक्टर भी तुम्हें यहां नहीं रख सकेंगे। सीमा पर बल ही रहेगा।
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पार्थ चटर्जी ने कहा कि आयोग से इन गंभीर आरोपों के मद्देनजर हस्तक्षेप करने की मांग की गई है। गौरतलब है कि राज्य के दौरे पर आए चुनाव आयोग की फुल बेंच गुरुवार सुबह से ही मैराथन बैठकें कर रही है। सुबह जहां सर्वदलीय बैठक हुई है। वहीं दोपहर को सभी जिलों के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक हो रही है। इधर, इन आरोपों पर बीएसएफ का कहना है उसका काम सीमा की सुरक्षा करना है न कि राजनीतिक दलों के लिए काम करना है। उन्होंने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
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IAF PILOT RECRUITMENT: भावना कंठ होंगी गणतंत्र दिवस परेड में पहली महिला फाइटर पायलट, जानें कैसे बन सकते हैं वायु सेना में पायलट
नई दिल्ली, IAF Pilot Recruitment: बचपन से ही भारतीय वायु सेना में पायलट बनने की ख्वाहिश रखने वाली बिहार के दरभंगा की भावना कंठ गणतंत्र दिवस 2021 की परेड में शामिल होने वाली पहली महिला फाइटर पायलट होंगी। बरौनी (बेगूसराय) के आईओसीएल रिफाइनरी डीएवी पब्लिक स्कूल से स्कूली शिक्षा और बेंगलुरु के बीएमएस कॉलेज से इंजीनियरिंग डिग्री प्राप्त करने वाली भावना कंठ इस समय राजस्थान एयरबेस में तैनात हैं और मिग -21 बाइसन लड़ाकू विमान उड़ाती हैं। भावना इसी प्लेन के साथ भारतीय वायु सेना (IAF) की झांकी का हिस्सा होंगी। भावना कंठ की तरह ही देश का हर भारतीय युवा वायु सेना में पायलट बनने का सपना देखता है। आइए हम जानते हैं कि कैसे वायु सेना में पायलट बना जा सकता है।
भारतीय वायु सेना में पायलट बनने के लिए फ्लाईंग ब्रांच में भर्ती होना जरूरी होता है। वायु सेना के फ्लाईंग ब्रांच में फाइटर पायलट, हेलीकॉप्टर पायलट या ट्रांसपोर्ट पायलट के तौर पर देश सेवा का अवसर मिलता है। वायु सेना के फ्लाईंग ब्रांच में लिए इंट्री के लिए अलग-अलग योग्यताओं के अनुसार समय-समय पर भर्ती प्रक्रियाएं आयोजित की जाती हैं। ये भर्ती प्रक्रियाएं हैं – ग्रेजुएट के तौर पर इंट्री और नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) इंट्री। जहां स्नातक स्तर पर संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा हर वर्ष दो बार आयोजित की जाने वाली सम्मिलित रक्षा सेवा परीक्षा (सीडीएसई), नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) इंट्री और एयर फोर्स कॉमन ऐडमिशन टेस्ट (एएफसीएटी या एफकैट) के जरिए फ्लाईंग ब्रांच में शामिल हो सकते हैं तो वहीं, सीनियर सेकेंड्री / हायर सेकेंड्री / इंटरमीडिएट स्तर पर यूपीएससी द्वारा ही वर्ष में दो बार आयोजित की जाने वाली राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) परीक्षा के माध्यम प्रवेश दिया जाता है। आइए इन दोनो ही स्तर की इंट्री के लिए जरूरी योग्यता और चयन प्रक्रिया को समझते हैं।
उच्चतर माध्यमिक स्तर पर फिजिक्स और मैथमेटिक्स विषयों के साथ 10+2 उत्तीर्ण युवा वायु सेना में फाइटर पायलट बनने के लिए वायु सेना के फ्लाईंग ब्रांच में इंट्री दिलाने वाली यूपीएससी की एनडीए परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। एनडीए परीक्षा के लिए आयु सीमा 16.5 वर्ष से 19.5 वर्ष निर्धारित की गयी है। यूपीएससी एनडीए की परीक्षा में सफल घोषित उम्मीदवारों को सर्विसेस सेलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) द्वारा आयोजित किये जाने वाले इंटरव्यू राउंड और मेडिकल में सम्मिलित होना होता है। एसएसबी में सफल उम्मीदवारों को उनके मेरिट और एयर फोर्स प्रिफेरेंस के अनुसार एनडीए खड़गवासला में ट्रेनिंग के लिए दाखिला दिया जाता है। इसके बाद एयर फोर्स के ट्रेनिंग बेस पर स्पेशल ट्रेनिंग दी जाती है। सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने वाले कैडेट्स को एयर फोर्स में फ्लाईंग ऑफिसर के तौर पर पर्मानेंट कमीशन दिया जाता है, जहां उन्हें एयर फोर्स स्टेशनों पर पायलट के रूप में काम करने का अवसर मिलता है।
बात करें स्नातक उत्तीर्ण युवाओं की तो ग्रेजुएट उम्मीदवार यूपीएससी की सीडीएस परीक्षा, एनसीसी स्पेशल इंट्री और एएफकैट परीक्षा के माध्यम से में फ्लाईंग ब्रांच में इंट्री पा सकते हैं। सीडीएस परीक्षा के लिए यूपीएससी द्वारा वर्ष में दो बार अगस्त और नवंबर माह में विज्ञापन निकाला जाता है। सीडीएस परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए उम्मीदवारों को 10+2 स्तर पर फिजिक्स और मैथमेटिक्स विषय पढ़े होने के साथ-साथ किसी भी विषय में स्नातक होना चाहिए या बीई/बीटेक उत्तीर्ण होना चाहिए। उम्मीदवारों की आयु 20 वर्ष से 24 वर्ष के बीच होनी चाहिए। सीडीएस परीक्षा में सफल घोषित उम्मीदवारों को एनडीए की तरह की एसएसबी के इंटरव्यू और मेडिकल से गुजरना होता है और फिर मेरिट और एयर फोर्स प्रिफेरेंस के अनुसार ट्रेनिंग एकेडेमी में प्रवेश दिया जाता है। सफलता पूर्वक प्रशिक्षण के बाद फ्लाईंग ऑफिसर के तौर पर पर्मानेंट कमीशन दिया जाता है, जहां उन्हें एयर फोर्स स्टेशनों पर पायलट के रूप में काम करने का अवसर मिलता है।
इसी प्रकार एनसीसी इंट्री के अंतर्गत उम्मीदवारों एनसीसी के एयर विंग में सी सर्टिफिकेट कम से कम बी ग्रेड में उत्तीण होना चाहिए और न्यूनतम 60 फीसदी अंकों के साथ किसी भी विषय में स्नातक या बीई/बीटेक डिग्री उत्तीर्ण होना चाहिए। उम्मीदवारों की आयु 20 वर्ष से 24 वर्ष के बीच होनी चाहिए। एनसीसी इंट्री के लिए भारतीय वायु सेना द्वारा वर्ष में दो बार जून और दिसंबर माह के दौरान रोजगार समाचार में विज्ञापन दिया जाता है। एनसीसी इंट्री से चयनित पुरुष या महिला कैडेट्स को प्रशिक्षण के बाद फ्लाईंग ब्रांच में फ्लाईंग ऑफिसर के तौर पर नियुक्ति दी जाती है।
स्नातकों के लिए एयर फोर्स के फ्लाईंग ब्रांच में फ्लाईंग ऑफिसर बनने का तीसरा ऑप्शन है एयर फोर्स कॉमन ऐडमिशन टेस्ट यानि एफकैट। एफकैट इंट्री से उम्मीदवारों को वायु सेना में अधिकतम 14 वर्ष के लिए शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएसीसी) दिया जाता है। एफकैट परीक्षा के लिए विज्ञापन वायु सेना द्वारा जून और दिसंबर में रोजगार समाचार में निकाला जाता है। फ्लाईंग ब्रांच के लिए योग्यता न्यूनतम 60 फीसदी अंकों के साथ किसी भी विषय में स्नातक या बीई/बीटेक डिग्री उत्तीर्ण है। उम्मीदवारों की आयु 20 वर्ष से 24 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
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जम्मू-कश्मीर: LOC पर 3 घुसपैठिए ढेर, भारतीय सेना के 4 जवान घायल
नई दिल्ली | जम्मू और कश्मीर के जम्मू जिले में स्थित नियंत्रण रेखा (LOC) पर तीन घुसपैठियों को मार गिराया गया है, जबकि सेना के चार जवान घायल हो गए हैं। रात को हुई इस घटना में सेना ने घुसपैठियों की कोशिश को नाकाम कर दिया है। अधिकारियों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी है। रक्षा सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी सेना की ओर से आतंकियों की घुसपैठ को आसान बनाने के लिए मंगलवार शाम को एलओसी के अखनूर सेक्टर के खौर इलाके में जमकर गोलीबारी की गई।
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एक सूत्र ने बताया, पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से हुई गोलीबारी में सेना के चार जवान घायल हो गए हैं और भारत की ओर से इस पर की गई जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकी मारे गए हैं और कुछ इस तरह से घुसपैठियों की कोशिश को नाकाम कर दिया गया है।" सूत्र ने आगे बताया, "मारे गए आतंकियों के शव पाकिस्तान की तरफ नियंत्रण रेखा पर पड़े हुए हैं, जिन्हें अब तक पाकिस्तानी सैनिकों ने नहीं उठाया है।"
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अमिताभ बच्चन की अपील पर पत्नी का हुआ ट्रांसफर, खुश होने की बजाय पसोपेश में पड़ा पति
नई दिल्ली | कौन बनेगा करोड़पति' फेमस शो में से एक है। जिसमें बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन अपने अनोखे अंदाज से होस्ट करता है। हॉट सीट पर बैठे हर कंटेस्टेंट से वह इस तरह बात करते हैं जो हर किसी को दिल को छू जाता है। हाल में ही मंदसौर में पोस्टेड कांस्टेबल विवेक परमार हॉट सीट पर बैठे थे। जिन्होंने शानदार तरीके से खेलते हुए 25 लाख जीते थे। इसी बीच एक सवाल के बीच में बिग बी ने उनके व्यक्तिगत जीवन के बारे में पूछा। जिसमें विवेक ने बताया कि उनकी पत्नी भी पुलिस में जोकि ग्वालियर में तैनात है। जिसके कारण उन्हें शादी के बाद अलग-अलग रहना पड़ता है। जिसके बाद अमिताभ बच्चन ने मध्य प्रदेश की सरकार और पुलिस से अपील की थी कि दोनों की पोस्टिंग एक ही जगह कर दी जाए। जिसके बाद तुरंत ही पुलिस मुख्यालय से एक्शन लिया गया और विवेक की पत्नी का ट्रांसफर कर दिया गया।
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दरअसल, कुछ दिन पहले केबीसी के शो में मंदसौर में पोस्टेड कांस्टेबल विवेक परमार हॉट सीट पर बैठे थे। शो को दौरान अमिताभ बच्चन ने जब विवेक से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि मंदसौर से ग्वालियर में जहां उनकी पत्नी पोस्टेड हैं, वहां की दूरी लगभग 400 किमी है, जिसके वजह से उनके पारिवारिक जीवन में थोड़ी मुश्किलें आती हैं। इस पर अमिताभ ने सरकार से अपील की थी कि जितने भी ऐसे लोग हैं, एक ही जगह पदस्थ कर दीजिए, क्या जाता है आपका?
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अपील तुरंत रंग लाई और विवेक की पत्नी प्रीति सिकरवार का ट्रांसफर ग्वालियर से मंदसौर कर दिया। उन्होंने मंदसौर में नारकोटिक्स विंग में तैनात किया गया है। ट्रांसफर का कारण बताया गया है कि इनकी पारिवारिक समस्या को देखते हुए यह आदेश जारी किया जा रहा है। प्रीति को तीन साल के लिए प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है।
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दिल्ली पुलिस द्वारा संचालित सक्षम कार्यक्रम में कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव ने 11 बच्चों को सम्मानित किया
पुलिस पत्रिका / दिल्ली पुलिस के कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव ने शाहदरा जिला पुलिस की तरफ से चलाए जा रहे सक्षम कार्यक्रम में जुड़ने वाले 11 बच्चों को सम्मानित किया ।
इस मौके पर शाहदरा जिला के डीसीपी अमित शर्मा सहित सभी अधिकारी मौजूद रहें ।इस अवसर पर एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली पुलिस युवा स्कीम के तहत सक्षम कार्यक्रम चला रही है । इस अभियान के तहत ऐसे बच्चे, जिन्हें अवसर नहीं मिला है और वह मुख्यधारा से जुड़ना चाहते है । देश और समाज की सेवा करना चाहते है । ऐसे बच्चों को दिल्ली पुलिस की तरफ से अलग अलग माध्यम से ट्रेनिंग दी जाती है । जो पढ़ना चाहते है उसके पढ़ने की व्यवस्था की जाती है जो काम करना चाहते है उन्हें काम कि ट्रेनिंग दी जाती हैं।
डीसीपी अमित शर्मा ने बताया कि सक्षम कार्यक्रम के तहत शाहदरा जिला में आज तक 77 बच्चें ट्रेनिंग ले चुके है । इन बच्चों में स्किल डेवलमेंट के साथ साथ जॉब का भी प्रयास किया जा रहा है । -
भारतीय सेना में भर्ती के इच्छुक युवाओं को बड़ी राहत, शारीरिक योग्यता में किए गए बड़े बदलाव
पुलिस पत्रिका / भारतीय सेना में भर्ती होने वाले पुरुष उम्मीदवारों को बड़ी राहत प्रदान की गई है। सैनिक पद पर भर्ती होने वाले पुरुष उम्मीदवारों का वजन अब उनकी लंबाई के अनुपात में तय होगा। अभी ये नियम सेना में भर्ती होने वाले अधिकारियों के लिए था। अब इसे सैनिक पद पर होने वाली भर्तियों के लिए भी लागू कर दिया गया है। अभी तक सेना में सैनिक पद पर भर्ती के लिए पुरुष उम्मीदवारों के न्यूनतम वजन की सीमा 50 किलो और अधिकतम 62 किलो तय थी। अब नए नियम में लंबाई के साथ अधिकतम वजन की सीमा भी बढ़ेगी।
सैन्य भर्ती की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को अब पहले से अधिक तंदरुस्त होना पड़ेगा। उनको अब न्यूनतम 50 किलोग्राम वजन की जगह अपनी लंबाई के अनुपात में वजन के मापदंड में सफल होना पड़ेगा। सेना अब और ठोस और दमदार अभ्यर्थियों के चयन के लिए वजन के मापदंड में बदलाव करने जा रही है। सेना के स्वतंत्र भर्ती बोर्ड दिल्ली ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर अपने यहां की भर्तियों में इसकी शुरुआत भी कर दी है। देश के दूसरे सभी भर्ती मुख्यालयों को भी यह नोटिफिकेशन भेजी गई है।
दरअसल सेना में अभी तक अलग अलग राज्यो की भौगोलिक परिस्थिति के अनुसार वहाँ के अभ्यर्थियों की लंबाई और वजन तय है। उत्तर प्रदेश में ही सैनिक जीडी, सैनिक तकनीकी, ट्रेड्समैन, स्टोर कीपर तकनीकी और नर्सिंग सहायक जैसे पदों के लिए भी शारीरिक मापदंड तय किये गए हैं। सैनिक जीडी के पद के लिए ही अभ्यर्थी की न्यूनतम लंबाई 170 सेमी. और वजन 50 किलोग्राम है। हालांकि 62 किलोग्राम से अधिक भार होने पर अभ्यर्थी को अधिक वजनी बताकर अयोग्य घोषित कर दिया जाता था। अब नए मानकों में अधिकतम वजन की सीमा भी लंबाई के साथ बढ़ेगी।
ऐसे होंगे बदलाव
लंबाई के हिसाब से वजन तय करने का नियम अब तक सैन्य अफसरों के लिए था। इसके अलावा नौसेना और वायुसेना में भी अन्य रैंक के जवानों की भर्ती के लिए लंबाई के अनुपात में वजन का नियम लागू है।।थलसेना में जवानो और जेसीओ के लिए यह नियम भविष्य में बनने वाले थियेटर कमांड को देखकर लागू किया जा रहा है। जिससे सेना के तीनों अंगों के जवानों के बीच फिटनेस की एकरूपता बनी रहे। इससे पहले भी सेना ने इसी साल एक अप्रैल से सेना भर्ती में अधिक फिट अभ्यर्थियों के लिए मेडिकल के मापदंडों में बदलाव किया था।
अब इतना होगा वजन
उत्तर प्रदेश जैसे राज्यो में जहां अभ्यर्थियों के लिए न्यूनतम लंबाई 170 सेमी. रखी गई है। उनका न्यूनतम वजन 50 किलोग्राम से बढ़ाकर 52 किलोग्राम रखा गया है। इसमें 17 से 20 साल की आयु वाले अभ्यर्थी का अधिकतम वजन 63.6 किलोग्राम और 20 वर्ष से अधिक आयु वाले अभ्यर्थियों का वजन 66.5 किलोग्राम होगा।
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पीओके में भारतीय सेना की एक और बड़ी स्ट्राइक, कई आतंकी कैंप को टारगेट कर ध्वस्त किया
पुलिस पत्रिका / जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश में लगे पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारतीय सेना ने आतंकी अड्डों को निशाना बनाया है। सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बने आतंकी लॉन्चपैड्स पर चुन-चुनकर हमले किए। हालांकि सेना की ओर से स्पष्ट किया गया है कि आज यानी गुरुवार को कोई कार्रवाई नहीं की गई है। दरअसल, समाचार एजेंसी पीटीआई ने खबर दी है कि सेना पीओके में आतंकी ठिकानों को चुन-चुनकर निशाना बना रही है। इसके बाद यह खबर ट्विटर पर ट्रेंडिंग में आ गई है।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि कड़ाके की ठंड से पहले भारत में ज्यादा से ज्यादा आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश में लगी पाकिस्तानी सेना के मंसूबों को नाकाम करने के लिए भारत की ओर से करारा जवाब दिया जा रहा है। बाद में स्पष्ट किया गया कि समाचार एजेंसी पीटीआई की स्टोरी 13 नवंबर को हुए सीजफायर उल्लंघन के विश्लेषण पर आधारित है। उस दिन पाकिस्तान की कई चौकियों को उड़ाने के वीडियो भी सामने आए थे।
POK में टारगेटेड स्ट्राइक कर रही सेना
समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी कि भारतीय सेना पीओके के भीतर बने आतंकी अड्डों पर पिनप्वाइंट स्ट्राइक कर रही है। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तानी सेना जम्मू-कश्मीर को अशांत करने की साजिश कर रही है। पाकिस्तान ऐंटी टेरर वॉचडॉग FATF के ऐक्शन से बचते हुए आतंकवाद को पूरा समर्थन कर रहा है। पिछले कुछ हफ्तों में बॉर्डर पर हलचल बढ़ी है। पाकिस्तान ने अकारण रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया है। जवाबी ऐक्शन में सेना ने भी पिछले दिनों पाकिस्तान की कई सैन्य चौकियों को तबाह कर दिया था।
रिहायशी इलाकों पर मोर्टार दाग रही पाक फौज
पिछले हफ्तों में पाकिस्तान सेना की ओर से कई बार संघर्षविराम उल्लंघन किया गया। एलओसी के इस पार भारतीय इलाकों पर नागरिकों को निशाना बनाया गया। सूत्रों ने कहा कि बीते कुछ हफ्तों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने में मदद के उद्देश्य से पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा पर भारत की तरफ के रिहायशी क्षेत्रों को लगातार मोर्टार और अन्य भारी हथियारों से निशाना बना रही है। -
भारत-चाइना बॉर्डर पर चीन को सबक सिखाने के लिए भारतीय सेना के जवान तैयार, मोदी सरकार ने सर्दियों के लिए ये खास इंतजाम
पुलिस पत्रिका / पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच पिछले कई महीनों से तनाव बना हुआ है। इस बीच भारतीय सेना ने दुश्मनों से पहले बर्फीले तूफानों से निपटने की तैयारी पूरी कर ली है। दरअसल सेना ने पूर्वी लद्दाख में सेना के जवानों के रहने की व्यवस्था को अपग्रेड किया है। अब जवानों को यहां पर ज्यादा सुविधाएं मिलेंगी। बता दें कि पूर्वी लद्दाख ऐसा सेक्टर है, जहां हर साल सर्दियों के दौरान 30 से 40 फीट तक बर्फबारी होती है, वहीं बात करें तापमान की तो माइनस 40 डिग्री तक नीचे चला जाता है।
सोशल मीडिया पर सेना की ओर से एक वीडियो भी जारी किया है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सेना को कड़ाके की ठंड से बचने के लिए भारत सरकार ने खास इंतजाम किए है। बुधवार को सेना ने एक बयान जारी कर कहा कि, ‘ठंड में सीमा पर तैनात जवानों की ऑपरेशनल क्षमता को बढ़ाने के लिए भारतीय सेना ने सेक्टर में जवानों के रहने की फैसिलिटीज़ का अपग्रेडेशन खत्म किया है।’ बयान में सेना ने बताया, ‘पिछले सालों में तैयार एकीकृत सुविधाओं वाले कैंपों के अलावा बिजली, पानी, हीटिंग की सुविधा, स्वास्थ्य और स्वच्छता की उत्कृष्ट सुविधाएं जोड़ी गई हैं। इसके साथ ही सेना की ओर बताया गया कि जवानों की तैनाती को देखते हुए उन्हें हीटरयुक्त टेंट की सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा, सैनिकों के किसी भी आकस्मिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नागरिक बुनियादी ढांचे भी बनाए जा रहे है।
बता दें कि पूर्वी लद्दाख पिछले कुछ महीनों से चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद को लेकर भी चर्चा में रहा है। यहां पर ही जून में गलवान घाटी में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवानों की जानें चली गई थीं। वहीं, चीनी सेना को भी जबरदस्त नुकसान पहुंचा था।
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भारतीय सेना को जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में मिला बड़ी कामयाबी, एनकाउंटर में ढेर किए 4 आतंकी
पुलिस पत्रिका / जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के नगरोटा (Nagrota) में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। यहां सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में चार आतंकियों को मार गिराया है। फिलहाल इलाके में तलाशी अभियान जारी है। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे स्थित नगरोटा में बान टोल प्लाजा (Ban Toll Plaza) के पास यह मुठभेड़ हुई है। दरअसल, सुरक्षाबल बान टोल प्लाजा के पास नाका लगाकर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। सुरक्षाबलों के मुताबिक चार आतंकी ट्रक में सवार होकर जम्मू से कश्मीर जा रहे थे। ट्रक को नाके पर रोका गया और चेकिंग की गई। जिसके बाद ट्रक में सवार आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी। वहीं एनकाउंटर के चलते जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है।
करीब ढाई घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने चारों आतंकियों को ढेर कर दिया है। मारे गए आतंकियों के पास बड़ी मात्रा में हथियार और गोला बारूद भी बरामद किया गया। फिलहाल बन टोल प्लाजा के आसपास के इलाकों में सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है।
वहीं जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह ने कहा कि इस मुठभेड़ में चार आतंकी मार गिराए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी आतंकी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हुए थे।
इस साल जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यह दूसरी ऐसी मुठभेड़ है। इससे पहले जनवरी में, तीन आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था। वो भी इसी तरह एक ट्रक के अंदर छुपे हुए थे।
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भारतीय नौसेना को अमेरिका से मिला पोसायडन-8 आई सामुद्रिक निगरानी विमान
पुलिस पत्रिका / अमेरिका के साथ हुए 1.1 अरब अमेरिकी डालर के रक्षा समझौते के तहत भारतीय नौसेना को मिलने वाले चार पोसायडन 8आई सामुद्रिक निगरानी एवं पनडुब्बी रोधी युद्धक विमान में से एक विमान बुधवार को प्राप्त हुआ। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि विमान अत्याधुनिक सेंसरों से लैस है और यह विमान गोवा स्थित महत्वपूर्ण नेवल बेस आईएनएस हंस पर सुबह उतरा।
भारतीय नौसेना के पास पहले से ही आठ पी-8 आई विमान हैं जिन्हें हिंद महासागर में चीन के पोतों और पनडुब्बी पर निगरानी रखने के लिए तैनात किया गया है।
वर्ष 2016 में रक्षा मंत्रालय ने चार और ऐसे विमानों की खरीद का आर्डर दिया था। पिछले साल सरकार ने छह और पी-8 आई विमानों की खेप की खरीद को मंजूरी दी। -
बड़ी खबर : आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नेटवर्क राजधानी दिल्ली में आया सामने, जांच में जुटी एजेंसियां
पुलिस पत्रिका / आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का दिल्ली नेटवर्क सामने आया है. दिल्ली में रहने वाले एक शख्स के तार जैश के गिरफ्तार दोनों आतंकियों के साथ जुड़ा हुआ बताया जा रहा है. दिल्ली वाले इस शख्स की लोकेशन कई बार बांग्लादेश बॉर्डर पर भी मिली. जांच एजेंसियों को दिल्ली में एक और कश्मीर में 4 लोगों की तलाश है.
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में पकड़े गए आतंकियों के मोबाइल फोन से यह बड़ा खुलासा हुआ है. गिरफ्तार जैश के आतंकी लतीफ और अशरफ एक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े थे. व्हाट्सएप ग्रुप का नाम जेहाद रखा गया था.
इस व्हाट्सएप ग्रुप में दिल्ली का भी एक शख्स जुड़ा हुआ था. फिलहाल जांच एजेंसी दिल्ली वाले शख्स के पीछे लगी है. व्हाट्सएप ग्रुप जुड़े दिल्ली वाले शख्स की लोकेशन कई बार बांग्लादेश बॉर्डर की भी मिली है. इसके अलावा दिल्ली वाले इस संदिग्ध शख्स की लोकेशन कई बार यूपी के देवबंद इलाके में भी मिली है.
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भारतीय जवानों की शहादत के बाद भारत का एक्शन, पाकिस्तान के 7 सैनिक मारे
पुलिस पत्रिका / श्रीनगर: आज दोपहर बाद पाकिस्तान ने कश्मीर के उरी में संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए भारी गोलीबारी की. इसमें सूत्रों के मुताबिक सेना के दो जवान शहीद हो गए और चार नागरिकों की (एक महिला और तीन पुरुष) की मौत हो गई. भारत ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए जवाबी कार्रवाई की जिसमें पाकिस्तान के 6-7 सैनिक मारे गए. इसके साथ ही पाकिस्तानी आर्मी के कई बंकर और लॉन्च पैड ध्वस्त कर दिए.
गौरतलब है कि पाकिस्तान (Pakistan) की ओर से जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास तीन सेक्टरों में शुक्रवार को गोलीबारी की गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. पाकिस्तानी सेना ने बारामूला के उरी सेक्टर में भी भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की.अधिकारियों ने कहा कि बांदीपोरा (Bandipora) जिले में गुरेज सेक्टर के इजमर्ग में संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया गया. इसके कुछ ही मिनटों के बाद कुपवाड़ा (Kupwara) जिले के केरन सेक्टर में गोलीबारी की गई.
सभी सेक्टरों में भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है. उधर पुंछ के सब्जियां सेक्टर में भी पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. जवाब में भारतीय सेना ने भी कार्रवाई की.
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इंडियन आर्मी भर्ती 2020 : 2 दिसंबर से होगी सेना भर्ती रैली, जानें योग्यता समेत अहम बातें
पुलिस पत्रिका : Indian Army Recruitment Rally 2020: हरियाणा में 2 दिसंबर से 12 दिसंबर 2020 के बीच सेना भर्ती रैली आयोजित होगी। ये भर्ती रैली रेवाड़ी जिले के राव तुला राम स्टेडियम में होगी। joinindianarmy.nic.in पर जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि इस भर्ती रैली में हरियाणा के हिसार, जिंद, फतेहाबाद और सिरसा जिले के युवा योग्य होंगे। ये भर्ती भारतीय में सिपाही ट्रेड्समैन कैटेगरी में की जा रही है।
ये भी पढ़ें- UP POLICE भर्ती बोर्ड ने कांस्टेबल ड्राइवर भर्ती परीक्षा के संबंध में जारी की सूचना
नोटिफिकेशन के मुताबिक रैली में हिस्सा लेने के इच्छुक उम्मीदवार joinindianarmy.nic.in पर जाकर 16 नवंबर 2020 तक आवेदन कर सकते हैं। रैली में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड 17 नवंबर से जारी किए जाएंगे। एडमिट कार्ड उम्मीदवारों के रजिस्टर्ड ईमेल पर भेजे जाएंगे। उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड में दिए गए स्थान और समय पर पहुंचना होगा।
उम्मीदवार रैली स्थल पर एडमिट कार्ड जरूर साथ लाएं वरना एंट्री नहीं मिलेगी।
उम्मीदवारों को तय तिथि पर सुबह 3 बजे रैली ग्राउंड पर रिपोर्ट करना होगा। गेट रोजाना 9.30 बजे बंद हो जाएगा।
रैली स्थल और लिखित परीक्षा परिसर में मोबाइल बैन रहेगा।
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भारतीय सेना
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पुलिस पत्रिका : भागीदारी जन सहयोग समिति,राष्ट्रीय ख्यति प्राप्त स्वेच्छासेवी सामाजिक संस्था द्वारा लिंगयास विद्यापीठ एवं स्वामी विवेकानंद सुभारती यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर लिंग भेदभाव रोकथाम के प्रति जागरूकता में युवा वर्ग का योगदान विषय पर राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन प्रशिक्षण - वेबिनार का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग भारत सरकार की सदस्स्या ज्योतिका कालरा ने कहा कि सेक्स तो जैविक है पर लैंगिक कि भावना पूरी तरह से हमारी सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक सोच से आती है उन्होंने स्पष्ट किया कि लैंगिक में पुरुष एवं महिलाओं की भूमिका बाटी गयी जिसमे पुरुष घर के बाहर और महिला घर के अंदर महिलाओं को उनकी आवश्यकता के अनुसार सुविधा देने एक नैतिकता एवं लैंगिक संवेदनशीलता है l कौस्तुभ शर्मा आई० पी० एस० महानिरीक्षक पुलिस पंजाब ने कहा कि युवाओं के हिंसक और आक्रामक व्यवहार को रोकना अत्यंत महत्वपूर्ण है l उन्होंने कहा कि युवाओं से जुड़े अपराधों के मामलों को पुलिस द्वारा नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए l जीतेन्दर चढ्ढा निदेशक राष्ट्रीय सेवा योजना युवा एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार ने कहा कि युवाओं को 'वसुधैव कुटुम्बकम' के उद्देश्य के साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में भारतीय युवा जेंडर संवेदीकरण में मुख्य भूमिका निभाएगा l दानिश गुप्ता चीफ जुडिशल मजिस्ट्रेट एवं सचिव जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण कैथल ने लैंगिक संवेदनशीलता में प्राधिकरण की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज का युवा खुशियों का प्रकाशस्तंभ है और इस लैंगिक पूर्वाग्रह के अंधकार हट कर सम्मान की रोशनी में हमें ले जा सकता है l उद्घाटन सत्र -अध्य्क्ष रेणुका मिश्रा आई० पी० एस० अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि हमने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न रोकथान अधिनियम बनाया, किन्तु आज भी बहुत सी महिलायें न्याय से वंचित है l उन्होंने कहा कि आज गाँधी के तीन बंदर की सोच में बदलाव लाना होगाl बुरा होता देख चुप ना बैठ कर एक जागरूक नागरिक की भूमिका निभानी होगी l
तकनीकी सत्र में अपने उद्घाटन भाषण में जिला एवं सत्र न्यायाधीश कँवल जीत अरोड़ा सदस्य सचिव दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण कानूनी साक्षरता को लैंगिक भेदभाव समाप्त करने का सशक्त माध्यम बताया उन्होंने कहा कि हम शिक्षित होकर भी रूढ़िवादी सोच के शिकार है और आज भी लड़के एवं लड़की में भेदभाव रखते है हमे मानसिकता को बदले की जरूरत है जो लड़के एवं लड़की के प्रति व्यवहार के भेदभाव को दूर कर सके lकिशोर के मामलों की जांच में लैंगिक तटस्थता पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए डॉ० गरिमा तिवारी सहायक आयुक्त पुलिस दिल्ली पुलिस ने कहा कि ऐसे मामलों में सुरक्षित वातावरण का होना आवश्यक है तथा किशोर की गरिमा का भी ध्यान रखना चाहिए l अतिरिक्त महानिरीक्षक पुलिस हिमाचल प्रदेश डॉ मोनिका भुतुंगुरु आई० पी० एस० ने कहा कि परिवर्तन लाने के दो रास्ते हैं, पहला वह कानून जो परिवर्तन ला रहा है कानूनी रूप से और दूसरा सामाजिक रूप से परिवर्तन लाने से संबंधित है। आज सती प्रथा विलुप्त है क्योंकि इसके खिलाफ कानूनी जनादेश लाया गया और समाज ने भी इसका समर्थन किया लेकिन दहेज मांग के मामलों के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता है जहाँ कानून होने के बावजूद मौजूद है यह अभी भी प्रचलित है। इसलिए, यदि हम हर बदलाव भविष्य में देखना चाहते हैं, तो हमे आज से अभियान शुरू करना चाहिए l श्यामला एस० कुंदर सदस्या राष्ट्रीय महिला आयोग भारत सरकार ने तकनीकी सत्र के अपने अध्यक्षीय भाषण में महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा सर्वोपरि प्राथमिकता देने का आग्रह किया उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता महिलाओं के अधिकार को प्राप्त करने का सिद्धांत और मौलिक अवधारणा है तथा महिलाओं को समान अवसर प्रदान करना हमारे देश को गौरवान्वित करता है l मुख्य अतिथि राजेंदर पाल गौतम महिला एवं बाल विकास विभाग दिल्ली सरकार ने लैंगिक संवेदीकरण में युवाओं की सबसे बड़ी भूमिका बताते हुए अपराध के बढ़ते मामले को लिंग के प्रति जागरूक न होने का सबसे बड़ा कारण बताया l उन्होंने वेबिनार दर्शकों द्वारा प्राप्त अच्छे सुझाव पर अमल लाने का आश्वासन देते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग दिल्ली सरकार के साथ गैर सरकारी संगठनों और विभिन्न अन्य संगठनों के साथ मिलकर काम का निमंत्रण भी दिया l
कार्यक्रम के मॉडरेटर एवं भागीदारी जन सहयोग समिति के महासचिव विजय गौड़ ने बताया कि कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र एवं तकनीकी सत्र में स्वागत भाषण डॉ राजेंदर धर सलाहकार लिंगयासविद्यापीठ एवं सुभारती यूनिवर्सिटी के कुलपति ब्रिगेडियर प्रोफेसर ( डॉ० ) वी० पी० सिंह ने किया l कार्यक्रम में दिल्ली एवं हरियाणा की राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरणों की प्रमुख भागीदारी रही राष्ट्रीय सेवा योजना गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी दिल्ली , राष्ट्रीय सेवा योजना जे० सी० बोस यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी हरियाणा , राष्ट्रीय सेवा योजना डी० ए० वी० यूनिवर्सिटी पंजाब राष्ट्रीय सेवा योजना कुरुछेत्र यूनिवर्सिटी हरियाणा एवं फैकल्टी ऑफ़ एजुकेशन बनस्थली विद्यापीठ राजस्थान भी राष्ट्रीय वेबिनार के सह भागीदार थे l कार्यक्रम में प्रोफेशनल कंपनी दृश्यम मीडिया प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड टेक्निकल सहायता दी तथा मीडिया पार्टनर रहे मदरलैंड वौइस् राष्ट्रीय हिंदी समाचार पत्र , वीमेन एक्सप्रेस समाचार पत्र , समाचार वार्ता न्यूज़ मीडिया , जनमत समाचार एवं लीगल जंक्शन l अंत में भागीदारी जन सहयोग समिति के उपाध्यक्ष भारत भूषण ने सभी का आभार व्यक्त किया lनई दिल्ली: थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने मंगलवार को कहा कि सशस्त्र बलों के बारे में युवाओं में करियर विकल्प के रूप में अधिक जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है. महाराष्ट्र एजुकेशन सोसाइटी द्वारा संचालित लड़कियों के लिए एक सैन्य-उन्मुखी स्कूल, रानी लक्ष्मीबाई मुलिंची सैनिकी शाला के रजत जयंती समारोह में डिजिटल तरीके से संबोधित करते हुए जनरल नरवणे ने कहा कि भारतीय रक्षा बल और सेना विशेष रूप से लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण में विश्वास करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी अधिकारियों और सैनिकों को लैंगिक पहचान की परवाह किए बिना राष्ट्र की सेवा करने और अपने करियर की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए समान अवसर मिले. महिला अधिकारी भारतीय सेना में विशिष्ट रूप से सेवा दे रही हैं और हमने उन्हें चुनौतीपूर्ण कार्यों में अधिकतम अनुभव देने के लिए कई कदम उठाए हैं.''
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भारतीय पुलिस
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पूर्वी दिल्ली : सम्मान फाउंडेशन ने सभी त्योहारों की तरह एक बार फिर से सम्मान पाठशाला के बच्चों के साथ देश का 73वां गणतंत्र दिवस मनाया जिसमें शाहदरा डी.सी.पी श्री आर साथिया सुंदरम के साथ गांधीनगर एंव विवेकविहार के एसीपी के साथ-साथ शाहदरा जिले के कई थानों के एसएचओ भी रहे सम्मिलित।
सम्मान फाउंडेशन ने दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट स्थित थाना आनंद विहार परिसर में दिल्ली पुलिस एवं सम्मान फाउंडेशन द्वारा संचालित सम्मान पाठशाला में पढ़ने वाले स्थानीय झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों सँग मनाया देश का 73वां गणतंत्र दिवस।
आर साथिया सुंदरम ने बताया की थाना आनंद विहार परिसर में दिल्ली पुलिस एवं सम्मान फाउंडेशन द्वारा संचालित सम्मान पाठशाला में पढ़ने वाले बच्चों से पहले से ही मुलाकात हो चुकी है। उन्होंने बताया कि उन्हें बच्चों सँग सेलिब्रेशन करना व उनकी प्रतिभा देखने में बहुत अच्छा लगता है व वह उनमें अपना बचपन देखते हैं। पहले जब मैं थाना आनंद विहार निरिक्षण के लिए आया था तब पार्क में बच्चों को पढ़ता देख मैं अपने आप को रोक नहीं पाया और स्वयं इन बच्चों से बात करने के लिए पार्क में पहुंच गया। डी सी पी श्री आर साथिया सुंदरम ने बताया की बच्चों से बात करके उनको बहुत अच्छा लगा।
साथ ही उन्होंने थाना आनंद विहार SHO श्री हरकेश गाबा की तारीफ करते हुए बताया की हरकेश जी बेहद एक्टिव व्यक्ति है जिन्होंने इतने कम समय में इन बच्चों के लिए बेहतरीन खान-पान की व्यवस्था कर बच्चों व हम सब का दिल जीत लिया है। साथ ही सम्मान फाउंडेशन द्वारा किये जा रहे कार्यो की सराहना की वही गणतंत्र दिवस महोत्सव का आयोजन करने पर सम्मान फाउंडेशन का धन्यवाद प्रकट किया।
इस मौके पर सम्मान फाउंडेशन की ओर से कार्यक्रम में दिल्ली पुलिस के कई जवानों को अच्छे कार्यों के लिए डीसीपी द्वारा सम्मानित किया गया।
इस मौके पर सम्मान फाउंडेशन के संस्थापक श्री गौरव तिवारी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री राजेश मल्होत्रा जी, राष्ट्रीयमहा सचिव श्रीमती हेमलता जी, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी श्री प्रभात तिवारी जी, राष्ट्रीय सचिव श्री विपिन तिवारी जी, दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष श्री अवनीश सक्सेना जी, दिल्ली प्रदेश महासचिव श्री अशोक शर्मा जी, दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री नवीन गुप्ता जी, दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री यश सक्सेना जी, दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री प्रभात कुमार जी, सुश्री माहि तिवारी जी, एवं समाज सेविका श्रीमती अंजू शर्मा जी, सुश्री नैन्सी शर्मा जी, पाठशाला की सहायक सुश्री वंदना व संस्था के मार्गदर्शक शर्मा जी, व राहुल तिवारी जी, अन्य लोग मौजूद रहें।
पूर्वी दिल्ली: आज सम्मान फाउंडेशन एवं पुलिस पत्रिका द्वारा क्षेत्रीय स्तर पर सफलता पूर्व किये जा रहे कार्यो में सक्रिय भागीदारी एवं उच्च सामाजिक आदर्श भावना के लिए थाना प्रभारी मंडावली दिल्ली, श्री कश्मीरी लाल जी को जनता की ओर से सम्मान फाउंडेशन एवं पुलिस पत्रिका द्वारा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया।
साथ ही थाना मंडावली के पुलिस कर्मियों को उनके द्वारा सामाजिक कार्यो में सक्रिय भागीदारी के लिए श्री योगेंदर ( हेड कॉन्स्टेबल ), श्री प्रदीप ( हेड कॉन्स्टेबल ), श्री बंसी लाल ( कॉन्स्टेबल ), श्री आज़ाद ( कॉन्स्टेबल ), श्री लोकेंद्र ( कॉन्स्टेबल ), श्री मनोज ( कॉन्स्टेबल ), व वरिष्ठ समाज सेवी श्री मोहित जैन, श्री गुरुदेव शर्मा, श्री सैयद सज्जाद अली ज़ैदी को थाना प्रभारी मंडावली दिल्ली श्री कश्मीरी लाल जी द्वारा प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सम्मान फाउंडेशन के संस्थापक श्री एस बी तिवारी, व पुलिस पत्रिका के प्रधान संपादक श्री गौरव तिवारी, सम्मान फाउंडेशन की राष्ट्रीय सचिव श्रीमती हेमलता जी, सचिव श्री धीरज जी, श्री अजय वीर सिंह जी, सौरव जी, रीना जी, पिंकी शर्मा जी व अन्य लोग मौजूद रहें।
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अपराध
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बागपत: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले (Baghpat) में एक युवक की आत्महत्या के केस (Suicide case) में 10 पुलिसकर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया गया है. सोमवार को इस युवक की कुछ पुलिसकर्मियों से एक वैक्सीनेशन सेंटर पर झड़प (brawl with cops) हो गई थी, जिसके बाद कल रात उसका शव उसके गांव में एक पेड़ से लटकता हुआ मिला था. इस केस में इन 10 पुलिसकर्मियों में से पांच पर 'आत्महत्या के लिए उकसाने' (Abetment of Suicide) के आरोप में केस दर्ज हुआ है.
युवक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उसने पुलिसवालों की वजह से आत्महत्या जैसा कदम उठाया. उन्होंने बताया कि एक वैक्सीनेशन सेंटर पर 'बिना किसी कारण के' पुलिसकर्मियों ने उसे पीटा था और फिर बाद में उसके घर आकर उसकी मां को भी पीट कर गए थे.
सोमवार दोपहर को हुई इस घटना का एक 90 सेकेंड का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें देखा जा सकता है कि कम से कम दो पुलिसकर्मी उस युवक को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं. एक दूसरा शख्स बीच-बचाव की कोशिश करता है, लेकिन पुलिस वाले उसे धक्का दे देते हैं. खुद को छुड़ाने की कोशिश में कामयाब होने के बाद वो युवक केंद्र से भाग जाता है.
पुलिस में लिखाई गई शिकायत में युवक के पिता ने आरोप लगाया है कि वहां मेडिकल स्टाफ ने उसके बेटे का नाम बुलाया और वो अंदर जाने लगा तो पुलिसवालों ने उसे अंदर नहीं घुसने दिया. पिता ने बताया कि 'पुलिस ने मेरे बेटे के साथ धक्कामुक्की की, जब उसने कारण पूछा तो उन्होंने उसे पीटना शुरू कर दिया. फिर उसे एक दूसरे कमरे में ले जाकर लाठियों से पीटा गया. हमने वहां से उसे किसी तरह बाहर निकाला. लेकिन फिर शाम को कई पुलिसवाले हमारे घर आए और मेरी पत्नी को भी मारा. मेरा बेटा बहुत डर गया और भाग गया. हमें बाद में उसकी बॉडी मिली.'
इस मामले पर बागपत पुलिस के चीफ अभिषेक सिंह ने एक वीडियो बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि 'हमने केस दर्ज किया है और 10 पुलिसकर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और हम इस मामले में किसी को नहीं छोड़ेंगे.'
गाज़ियाबाद: मुरादनगर थानाक्षेत्र के रावली रोड स्थित नवीन मंडी स्थल में नशे का सेवन करने आए गोताखोरों का आपस में विवाद हो गया । यह विवाद गोताखोरों में नवीन मंडी स्थल में शराब और गांजे का सेवन करने के बाद हुआ । जिसमें एक गोताखोर की दर्दनाक मौत हो गई हैं । वहीं , पुलिस की कार्रवाई में मुख्य आरोपी गिरफ़्तार हो गया हैं । जबकि , अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए हैं , जिनकी तलाश की जा रही हैं । आपको बता दें कि सोमवार सरेशाम मुरादनगर थानाक्षेत्र के रावली रोड स्थित नवीन मंडी स्थल में कुछ गोताखोर नशे का सेवन करने आए और उन्होंने वहां शराब और गांजा का दबाकर सेवन किया और वह नशे में धुत हो गए । गौरतलब है कि नशे का सेवन करने के बाद देखते ही देखते गोताखोर सोनू की दूसरे गोताखोर कमल के भाई से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई और फिर दोनों में मारपीट भी हो गई । जिसमें गोताखोर कमल लाठी - डंडा लेकर कूद पड़ा और उसने गोताखोर सोनू के सर पर जानलेवा हमला कर दिया ।
हमले में सोनू गंभीर रूप से घायल हो गया और वह जमीन पर गिर गया । इतना ही नहीं , कमल ने सोनू के सिर पर बहुत बेदर्दी से वार किये । जिसकी वीडियो पास खड़े किसी युवक ने बना ली । जिसमें साफ साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से वह नशे में गोताखोर सोनू के सर पर बेदर्दी से वार कर रहा हैं । यह नज़ारा अपनी आंखों से देख नवीन मंडी स्थल में मौजूद लोगों में अफरा तफरी सी मच गई और वह दहशत में भी नज़र आए । सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घेराबंदी करते हुए मुख्य आरोपी गोताखोर कमल पुत्र प्रकाश निवासी थाना मुरादनगर को गिरफ्तार कर लिया हैं ।
पुलिस ने गंभीर रूप से घायल गोताखोर सोनू पुत्र कैलाश निवासी थाना मोदीनगर को जब जनपद के एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराया तो वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया हैं । दूसरी तरफ अन्य आरोपी गोताखोर मौके से फरार हो गए हैं , जिनकी तलाश की जा रही हैं । एसपी ग्रामीण ईरज राजा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल गंभीर रूप से घायल गोताखोर सोनू को जनपद के एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराया , जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया हैं । इतना ही नहीं , एसपी ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी गोताखोर कमल को गिरफ़्तार कर लिया हैं । जबकि , अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए हैं , जिनकी तलाश की जा रही हैं ।
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व्यापार
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नई दिल्ली: मारुति की मच अवेटेड एसयूवी Maruti Jimny को लेकर एक अच्छी खबर है। पिछले साल दिसंबर के आखिर में खबर आई थी कि मारुति सुजुकी ने अपनी 3-डोर वैरियंट वाली जिमनी की गुरुग्राम स्थित प्लांट में असेंबली शुरू कर दी है, वहीं अब कंपनी ने इसका निर्यात भी शुरू कर दिया है। कंपनी ने इसका 184 यूनिट्स का पहला शिपमेंट मुंद्रा पोर्ट से लैटिन अमेरिकी देशों जैसे कोलंबिया और पेरू को भेजा है।
स्टॉक एक्सचेंज बीएसई को जारी बयान में मारुति ने बताया है कि जिमनी का निर्यात शुरू हो गया है और 3-डोर वाली जिमनी को लैटिनी अमेरिका, पश्चिमी एशिया और अफ्रीकी देशों को निर्यात की जाएगी। मौजूदा पीढ़ी की जिमनी को 2018 में लॉन्च किया गया था। इसे पिछले साल हुए ऑटो एक्सपो में भी शोकस किया गया था।
जिमनी की स्पेसिफिकेशंस
जिमनी में 1.5 लीटर K15B नैचुरली एस्पीरेटेड पेट्रोल इंजन मिलता है, यह इंजन 105 एचपी की पावर और 138 एनएम का टॉर्क देता है। कंपनी यह इंजन विटारा ब्रेजा के अलावा अर्टिगा, सियाज और एस-क्रॉस में भी दे रही है। लैडर फ्रेम होने की वजह से इसमें इंजन की पोजिशन बदली हुई होगी, जो इसके पिछले पहियों को पावर देगा। वहीं भारत में लॉन्च होने वाली जिमनी को थार की तरह स्टैंडर्ड 4x4 सिस्टम के साथ पेश किया जा सकता है। जिमनी में 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के अलावा 4-स्पीड टॉर्क कनवर्टर ऑटोमैटिक का भी विकल्प मिलता है।
लंबाईः 3,645 एमएम
चौड़ाईः 1,645 एमएम
ऊंचाईः 1,720 एमएम
भारत में जिमनी की लॉन्चिंग की कोई तारीख अभी तक तय नहीं हुई है। पहले माना जा रहा था कि इसे 2020 में ही उतारा जाएगा, बाद में खबरें आईं कि इसे 2021 में पेश किया जा सकता है। लेकिन कंपनी ने इंकार कर दिया। वहीं अब उम्मीद जताई जा रही है कि कंपनी इसे अगले साल ही उतारेगी।भारत में लॉन्च होने वाली जिमनी 5-डोर वर्जन होगी और इसमें अलग से लगेज स्पेस दिया जाएगा। कंपनी सूत्रों का कहना है कि 3-डोर वर्जन वाली गाड़ियों को भारत में ज्यादा पसंद नहीं किया जाता है। उनका कहना है कि ज्यादातर भारतीय इन्हें व्यावहारिक नहीं मानते हैं। यही वजह है कि भारतीय बाजार में 3-डोर वर्जन वाली गाड़ियों की कोई खास मांग नहीं रही है।
नई जिमनी सब-4 मीटर एसयूवी सेगमेंट में होगी। इसका मुकाबला महिंद्रा थार से होगा, जो पांच दरवाजों वाली होगी और फिलहाल उस पर काम जारी है। भारत में चौथी पीढ़ी की जिमनी का मुकाबला भारत में ही बन रही दूसरी पीढ़ी की जिमनी यानी मारुति जिप्सी से भी होगा, जिसे फिलहाल सेना के लिए ही बनाया जा रहा है।
नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2021-22 के लिए आम बजट एक फरवरी 2021 को पेश होगा। इस साल पेश होने वाला बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यकाल का तीसरा बजट होगा। इस बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं। एक फरवरी 2019 को पीयूष गोयल द्वारा अंतरिम बजट पेश किया गया था। इसके बाद पांच जुलाई 2019 को निर्मला सीतारमण ने अपना पहला आम बजट पेश किया था। एक फरवरी 2020 को उन्होंने अपना दूसरा बजट पेश किया था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आम बजट आखिर अंतरिम बजट से अलग कैसे है?
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अंतरिम बजट हर साल पेश होने वाले पूर्ण बजट से काफी अलग होता है। अंतरिम बजट और वोट ऑन अकाउंट (Vote on Account) में थोड़ा सा नीतिगत अंतर होता है।
केवल कुछ महीने के लिए होता है अंतरिम पेश
अंतरिम बजट एक खास समय के लिए होता है। चुनावी साल में सरकार अंतरिम बजट पेश करती है। यह बजट चुनावी वर्ष में नई सरकार के गठन तक खर्चों का इंतजाम करने की औपचारिकता होता है। अप्रैल से शुरू होने वाले वित्त वर्ष के शुरुआती तीन से पांच महीने या फिर चुनाव संपन्न होने तक के लिए अंतरिम बजट पेश होता है। जो नई सरकार सत्ता में आती है, वो पूर्ण बजट पेश करती है। यह इसलिए पेश किया जाता है ताकि सरकार की तरफ से होने वाले खर्चों में किसी तरह की कोई कमी न आए।इसे भी पढ़ें : दिल्ली पुलिस की 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली को अनुमति देने की योजना—लेकिन इन शर्तों पर
अंतरिम बजट और वोट ऑन अकाउंट में अंतर
अंतरिम बजट और वोट ऑन अकाउंट में थोड़ा सा अंतर होता है। अगर सरकार कुछ महीनों के लिए खर्चा चलाने के लिए संंसद से मंजूरी मांगती है तो उसे वोट ऑन अकाउंट कहते हैं। वहीं अगर सरकार खर्च के अलावा कमाई का ब्यौरा भी पेश करती है, तो उसके अंतरिम बजट भी कहा जाता है।इसे भी पढ़ें : स्कूल के पहले दिन 11 छात्राएं कोरोना वायरस से संक्रमित मिलीं
नीतिगत फैसले लेने की बाध्यता नहीं
अंतरिम बजट में सरकार आम तौर पर कोई नीतिगत फैसला नहीं लेती है लेकिन इसके लिए किसी तरह की कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है। इतिहास में कई बार पूर्व सरकारों के वित्त मंत्रियों ने अंतरिम बजट में भी कई तरह के नीतिगत फैसले लिए हैं। हालांकि नई सरकार सत्ता में आने के बाद इनको बदल सकती है।
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विशेष
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नई दिल्ली। शीला चैरिटेबल फाउंडेशन ट्रस्ट टीम ने शनिवार सुबह 11:00 यमुना खादर बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचकर लगभग 500 से 600 लोगों को भोजन वितरण किया। संस्था के सभी लोग मिलकर बाढ़ प्रभावित पीड़ितों के बीच भोजन वितरण कीये। इस अवसर पर संस्था के वाइस चेयरमैन अभिजीत राय ने कहा कि हमारी संस्था इस तरह का कार्य करती रहती है और हम सभी लोग मिलकर आगे भी ऐसे कार्य करते रहेंगे हर संभव बाढ़ पीड़ित लोगों की मदद करेंगे। वही बातचीत के दौरान नेशनल सेक्रेट्री बीएस गौतम ने कहा कि हमारी संस्था लगातार स्लम एरियाज में गरीब असहाय लोगों के बीच पहुंचकर मदद करती रहती है। हम लोग एजुकेशन स्वास्थ्य शिक्षा पर भी काम करते हैं हमारी टीम मिलकर निरंतर इस तरह के कार्य करती रहती है। टीम के सभी लोग एकजुट होकर जिस तरह से कार्य कर रहे हैं यह काबिले तारीफ है। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए हमारी टीम और हमारी संस्था हमेशा हर संभव जरूरत की सामग्री पहुंचाने का काम करेगी। इस अवसर पर नरेंद्र कुमार,पंकज कुमार राय, शुभम राय, अभिषेक मांझी, (नैशनल कोषाध्यक्ष) पप्पू शाह, विकास मैसी, अजीत, रवि, गौरव तिवारी,आदि लोग मौजूद रहे।
संजय सिंह, विशेष आयुक्त पुलिस को किया लाइफ अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित उनके प्रयास सचमुच दिल्ली पुलिस दिल की पुलिस नारे को सार्थक करते है
नई दिल्ली: आल समाज सहायता ट्रस्ट की ओर से दिल्ली पुलिस के सीनियर आईपीएस अफसर संजय सिंह, विशेष आयुक्त पुलिस, लाइसेंसिंग एवं कानूनी प्रभाग को प्रोफेसर धनञ्जय जोशी वाईस चांसलर दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी एवं भागीदारी जन सहयोग समिति के महासचिव् एवं ब्यूरो चीफ मदरलैंडवॉइस ने संयुक्त रूप से लाइफ अचीवमेंट अवार्ड से दिल्ली पुलिस मुख्यालय में सम्मानित किया
इस अवसर पर ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष एवं अमन न्यूज़ चैनल के प्रधान सम्पादक अमन बर्नी ने बताया कि समाज सहायता केंद्र द्वारा करोना में लोगों को घर घर जाकर खाना पहुंचाना और रास्ते में चल रहे पैदल लोगों को मदद करना और फंसे हुए लोगों को छोटे-छोटे बच्चों को उनके मंजिल तक पहुंचाना का कार्य भी किया है उन्होंने इस प्रयास में भागीदारी जन सहयोग समिति को प्रेरणा बताया
विशेष अतिथि विजय गौड़ सेक्रेटरी जनरल भागीदारी जन सहयोग समिति ने आईपीएस संजय सिंह के रचनात्मक विभिन्न प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए उनके नेतृत्व मैं दिल्ली पुलिस में चल रहे युवा कार्यक्रम का विशेष उल्लेख किया जिसमें हजारो युवाओं को 12 से अधिक स्किल में ट्रेनिंग देकर उन्हें रोजगार से जोड़ा जाने का प्रयास किया जा रहा है जिसमें ऐसे युवा भी शामिल हैं जिन्होंने या तो पहली बार अपराध किया है या ड्रग सेवन जैसे व्यसन में पड़ गए उनके ऐसे प्रयास सचमुच दिल्ली पुलिस दिल की पुलिस नारे को सार्थक करते है विजय गौड़ ने कहा कि आईपीएस संजय सिंह अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के कारण किसी परिचय के मोहताज नहीं है उल्लेखनीय हैं कि उन्हें मिजोरम ( स्पेशल ड्यूटी ) पुलिस पदक, अंडमान और निकोबार में पुलिस पदक एवं भारत के माननीय राष्ट्रपति के कर कमलों से पुलिस पदक प्राप्त होने का गौरव प्रदान किया गया हैं
अतिथि डॉ0 नीरजा चतुर्वेदी आर जे आल इंडिया रेडियो ऍफ़ एम रेनबो की ने आईपीएस संजय सिंह को मीडिया फ्रेंडली बताते हुए उनकी सहजता, सरलता एवं विनम्रता की मुक्त कंठ से की और उनके मीडिया फ्रेंडली भाव को जन जागरूकता का सशक्त माध्यम बताया
मुख्य अतिथि प्रोफेसर धनञ्जय जोशी वाईस चांसलर दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी ने कहा कि हिन्दू कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी को आईपीएस संजय सिंह जैसे छात्र पर ना केवल गर्व है अपितु वे अन्य छात्रों के लिए सदैव प्रेरणा एवं ऊर्जामान व्यक्तित्व के रूप में पहचाने जाते हैइस अवसर पर सुनील परिहार ब्यूरो चीफ टीवी 100 , अमन न्यूज़ का मीडिया स्टाफ एवं अनेकों मीडियाकर्मी मौजूद थे
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राशिफल
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Today In History: भारत रत्न से सम्मानित एम. एस. सुब्बालक्ष्मी (M S Subbulakshmi ) को संगीत जगत की अप्रतिम प्रतिभा और अविवादित सुर साम्राज्ञी के तौर पर जाना जाता है. 16 सितंबर की तारीख इतिहास में संगीत की इस महान साधिका के जन्मदिन के तौर पर दर्ज है. 16 सितंबर 1916 को तमिलनाडु के मदुरै शहर में जन्मी सुब्बालक्ष्मी ने पांच साल की उम्र में संगीत की शिक्षा ग्रहण करना शुरू किया और दस साल की उम्र में अपना पहला डिस्क रिकॉर्ड किया. उन्होंने देश की बहुत सी भाषाओं में गीत गाए. यह उनकी कला साधना का ही प्रभाव था कि लता मंगेशकर ने उन्हें 'तपस्विनी' कहा, उस्ताद बडे ग़ुलाम अली ख़ां ने उन्हें 'सुस्वरलक्ष्मी' का नाम दिया, किशोरी आमोनकर उन्हें 'आठवां सुर' कहती थीं, जो संगीत के सात सुरों से ऊंचा है. उन्हें कला क्षेत्र में योगदान के लिए 1954 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया
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संपादक
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नई दिल्ली : ( पुलिस पत्रिका - विजय गौड़ विशेष संवाददाता ) हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा वर्ष भर चलने वाले अभियान क्वालिटी ऑफ़ लीगल सर्विसेज इज की टू एक्सेस टू जस्टिस का उदघाटन समारोह प्राधिकरण सभागार में माननीय न्यायमूर्ति श्री उदय उमेश ललित, न्यायाधीश, भारतीय उच्चतम न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया गया। इस उद्घाटन के दौरान, माननीय न्यायमूर्ति श्री उदय उमेश ललित, न्यायाधीश, भारतीय उच्चतम न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण ने भी अपने विचार साझा किए और पूर्व गिरफ्तारी, गिरफ्तारी और रिमांड स्टेज पर व्यक्ति विशेष के अधिकारों पर पोस्टर लॉन्च की भी सराहना की। उन्होंने सभी राज्य विधिक सेवा प्राधिकरणों को इस संबंध में हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा की गई पहल का अनुसरण करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी से पहले और गिरफ्तारी के चरण में लोगों को गुणवत्तापूर्ण कानूनी सेवाएं प्रदान करने के इस अभियान की एक वर्ष की अवधि निश्चित रूप से गिरफ्तारी के दौरान पुलिस स्टेशन में लोगों की शिकायतों को कम करेगी।
समारोह की शुरूआत माननीय न्यायमूर्ति श्री राजन गुप्ता, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय तथा कार्यकारी अध्यक्ष, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण कानूनी सेवाओं के महत्व पर ध्यान केन्द्रित किया है कि कानूनी सेवा प्राधिकरण जरूरतमंद लोगों तक कैसे पहुंच सकते हैं। अपने संबोधन में माननीय न्यायमूर्ति ने हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा पिछले एक वर्ष में विशेष रूप से कोविड अवधि के दौरान शुरू की गई परियोजनाओं और अभियानों के बारे में सभा को अवगत कराया। उन्होंने आगे उपस्थित लोगों को कोविड-19 के दौरान हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा शुरू किये गये जागरूकता कार्यक्रमों के बारे में अवगत कराया उन्होंने कानूनी सहायता लेने वाले लोगांे को आ रही कठिनाइयों को हल करने पर जोर दिया ताकि कानूनी सेवा के अधिकार पर लोगों का विश्वास दिन प्रतिदिन और बेहतर हो सके। उन्होंने इस आयोजन को लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के शहादत दिवस से जोड़ा। उन्होंने बताया कि बाल गंगाधर तिलक ने अदालत में अपना बचाव किया और अदालत में लोगों को दी जा रही कानूनी सहायता के साथ-साथ अदालत में आने से पहले यानी गिरफ्तारी से पहले और गिरफ्तारी के समय से जोड़ा।हरियाणा के जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों के जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्षगण, श्री प्रमोद गोयल, सदस्य सचिव, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताया क़ि समारोह अवसर पर किशोर न्याय अधिनियम (देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 पर लघु फिल्म का विमोचन , गिरफ्तारी से पहले और गिरफ्तारी के चरण में एक व्यक्ति के अधिकारों पर एनिमेटेड लघु क्लिप का विमोचन , हरियाणा के सभी 22 जिलों में समर्पित वीडियो काॅन्फ्रेन्सिंग सुविधा का शुभारम्भ, ऐ0डी0आर0 केन्द्रों को लोगों के अनुकूल बनाने के लिए 18 जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों में किड्स जोन का उद्घाटन किया गया
समारोह में न्यायमूर्ति श्री रवि शंकर झा, मुख्य न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं मुख्य संरक्षक, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, न्यायमूर्ति श्री जसवंत सिंह, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं प्रशासनिक न्यायाधीश, सत्र प्रभाग, गुरूग्राम, न्यायमूर्ति श्री राजन गुप्ता, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, न्यायमूर्ति श्री अजय तिवारी, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष, पंजाब राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, न्यायमूर्ति श्री ऐ0जी0 मसीह, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं अध्यक्ष, उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति तथा श्री राजीव अरोड़ा, आई0ऐ0एस0, अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह विभाग, हरियाणा ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम में श्री अशोक जैन, सदस्य सचिव, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, श्री संजीव बेरी, रजिस्ट्रार जनरल, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय, चण्डीगढ़, श्री पुनीत सहगल, निदेशक, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण,, मुख्य न्यायिक मजिस्टेªट्स/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हरियाणा के न्यायिक अधिकारीगण, पैनल अधिवक्तागण, पैरा लीगल वाॅलिन्टयर्स, बार सदस्यगण तथा पुलिस अधिकारीगण उपस्थित हुए।
कार्यक्रम के बाद सभी न्यायमूर्तियों ने गुरुग्राम की भोंडसी जेल का भी दौरा किया। की टू एक्सेस टू जस्टिस अभियान का उदघाटन समारोह संम्पन्ननई दिल्ली: महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने नशा मुक्ति के लिए वन ड्रॉप सेंटर - सूर्योदय केंद्र के उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए कहा कि जाति -पाति के भेद भाव से हमें ऊपर उठ कर देश के विकास के लिए सोचना होगा l सर्वोदय केंद्र नशा मुक्ति के लिए वन ड्रॉप सेंटर एक अनूठा रचनात्मक प्रयास बताते हुए राजेंद्र पाल गौतम महिला एवं बाल विकास मंत्री दिल्ली सरकार ने प्रयास की सफलता पर अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा की ऐसे केन्द्रो को हर जिले में खोला जायेगा l उन्होंने विभिन्न विभागों , स्वेच्छासेवी संस्थाओं एवं विशेषकर दिल्ली राज्य विधिक सेवायें प्राधिकारण एवं दिल्ली उच्च न्यायालय के उपस्थित न्यायाधीशों द्वारा दिए गए योगदान की सराहना करते हुए नशीले पदार्थों के विक्रय पर भी रोक लगाने पर जोर दिया l
न्यायमूर्ति राजीव राजीव शकधर न्यायाधीश दिल्ली हाई कोर्ट ने जमीनी स्तर पर कार्य करने में अपनी आस्था प्रकट करते हुए कहा कि इस परियोजना अध्ययन के साथ वह स्वयं मादक पदार्थ सेवन करने वाले बच्चों के अभिभावकों से दिल्ली राज्य सेवाएं प्राधिकरण एवं महिला एवं बाल विकास की टीम के साथ मिले l अधिकतर महिलाएं सामने आयी और प्रार्थना की कि हमारे बच्चों को इस नशे की आदत से बचा दे तब दिल्ली हाई कोर्ट जुवेनाइल जस्टिस समिति ने संकल्प शक्ति के साथ टीम वर्क के साथ यह पहल की l उन्होंने बताया कि वे स्वयं स्पोर्ट्स में रूचि रखते हैं और उनका मानना है कि खेल मानसिक तनाव को दूर करता है l उन्होंने खेल को भी इस पहल में शामिल करने पर प्रसन्नता प्रकट की और आशा प्रकट की कि शीघ्र एक और ऐसा केंद्र अन्य जिले में खोल कर इस पहल को सभी जिलों तक पहुंचने का प्रयास जारी रहेगा lराष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग भारत सरकार के सदस्य डॉ डॉ द्न्यनश्वर मनोहर मुलाय ने कहा कि विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के साथ जनता राष्ट्र का चौथा स्तम्भ है l संविधान चाहता है कि हर व्यक्ति को जीने का अधिकार मिले , इसी भावना से निहित केंद्र की गतिविधियां है जिसका स्थान राष्ट्र भावना में सर्वोपरि है l उन्होंने बताया कि डिजिटल लाइब्रेरी जो इस केंद्र में खोली है वह सचमुच एक सकारात्मक सोच देगी एक उनका विश्वास है l
दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सदस्य सचिव एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश कँवल जीत अरोड़ा ने प्राधिकरण ऐसे रचनात्मक पहल में योगदान के लिए सदैव कटिबद्ध है इस बात का आश्वसन देते हुए कहा कि केंद्र का उदेश्य दिशाहीन बच्चों को एक नई रौशनी देना है l उन्हें नशामुक्त करके समाज के मुख्यधारा से जोड़ना है , जो ह्रदय को स्पर्श करता है l उन्हें सही दिशा देकर हम राष्ट्र विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैl उन्होंने कहा कि मेरा सपना है कि नशामुक्त दिल्ली हो , जो सपना साकार भी होगा अटूट विश्वास है l
डॉ रश्मि सिंह निदेशक महिला एवं बाल विकास दिल्ली सरकार ने बताया कि सूर्योदय केंद्र द्वारा ना केवल किशोर बच्चों को नशा मुक्त किया जाएगा अपितु उन्हें स्किल ट्रेनिंग देकर रोजगार से भी जोड़ा जायेगा ताकि वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ सके कौंसिल ऑफ़ रॉयल रूट्स संस्था के चीफ एग्जीक्यूटिव अफसर ने केंद्र की डिजिटल लाइब्रेरी द्वारा निशुल्क ऑनलाइन शिक्षा पर विस्तृत प्रकाश डाला और सूर्योदय केंद्र गतिविधियों की एक बुकलेट का भी अतिथिगण ने विमोचन कियाइस अवसर पर दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति मुक्ता गुप्ता एवं न्यायमूर्ति अनु मल्होत्रा , दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के विशेष सचिव जिला एवं सत्र न्यायाधीश गौतम मनन एवं अतिरिक्त सचिव जिला एवं सत्र न्यायाधीश नम्रता अग्रवाल , महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव मधु के गर्ग , अभिषेक सचिव जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ( नार्थ वेस्ट ), दिल्ली बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष अनुराग कुंडू एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण एवं संस्था प्रमुख उपस्थित थे
अंत में सुभाष वत्स संयुक्त निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग ने सभी का आभार व्यक्त किया l
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